खाटूश्याम जी का यह सच पचाना होगा मुश्किल, सच्चाई जान भक्तों को लगेगा झटका, पुजारी ने खोली चुप्पी
सीकर. कल 12 नवंबर को कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को बाबा श्याम का पाटोउत्सव मनाया जाएगा. इस दिन बाबा श्याम को विशेष प्रकार के फूलों से सजाया जाएगा. इस महोत्सव को लेकर प्रशासन और श्री श्याम मंदिर कमेटी अपनी-अपनी व्यवस्थाओं को अंजाम देने में लगे हुए हैं. वहीं बाबा श्याम के मंदिर को सजाने का कार्य भी किया जा रहा है. मेले के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस थाने में 400 सिक्योरिटी गार्ड्स, 100 होमगार्ड्स, 500 आरएसी व पुलिस के जवान श्याम श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को संभालेंगे. लेकिन इसी बीच मंदिर के मुख्य पुजारी ने बाबा श्याम के जन्मदिन को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है.
बाबा श्याम के पाटोउत्सव को लेकर खाटूश्याम जी मंदिर के मुख्य पुजारी मोहनदास महाराज का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने जन्मोत्सव को लेकर फैली भ्रांतियों के बारे में कहा है कि 12 नवंबर के दिन बाबा श्याम का जन्मदिन नहीं बल्कि पाटोउत्सव मनाया जाएगा. इस दिन बाबा श्याम के मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ था, जन्म नहीं हुआ था. बाबा श्याम के जन्म के दिन का कोई प्रमाण नहीं है. इस दिन खाटूश्याम जी में मंदिर का जीर्णोद्धार करके बाबा श्याम की प्रतिमा को पुन: स्थापित किया था.
मुख्य पुजारी ने आगे कई चौंकाने वाले खुलासे करते हुए बताया कि जोधपुर दरबार के आदेश अनुसार मंदिर बना था. महाराजा अजीत सिंह और अभय सिंह के द्वारा मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया गया था. मंदिर के जीर्णोद्धार के दौरान बाबा के शीश को अन्यत्र जगह पर रखा गया था, उसके बाद जब बाबा श्याम को पुनः स्थापित किया गया तो इस रूप में पाटों उत्सव मनाया जाता है. आगे उन्होंने भक्तों को बताया कि जो लोग ज्यादा दूर होने की वजह बाबा श्याम के दरवार नहीं आ पाते हैं, वह कहीं से भी बाबा श्याम को सच्चे मन से याद करें उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी.
FIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 16:50 IST