दौसा में बीजेपी की हार पर रार और जूतम पैजार, विधायकों के सामने गुस्साए नेता ने लात मारकर तोड़ डाली कुर्सी

दौसा. दौसा में बीजेपी की संगठन चुनाव को लेकर हुई बैठक में जमकर गदर मच गया. इस बैठक में शामिल होने के लिए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पहुंचे थे. लेकिन उनके आने से पहले बैठक में दौसा उपचुनाव में हुई पार्टी की हार को लेकर जबर्दस्त हंगामा हो गया. यह हंगामा इस कदर बरपा की वहां कार्यकर्ताओं में जोरदार धक्का मुक्की हो गई. इस बीच गुस्साए एक नेता ने तो अपनी लात से कुर्सी भी तोड़ डाली. यह सब पार्टी के दौसा जिले के तीन विधायकों की मौजूदगी में हुआ.
यह बैठक रविवार को दोपहर बाद आयोजित की गई थी. बैठक शुरू होने से पहले ही भाजपा के दो जिलास्तरीय पदाधिकारी आपस में भिड़ गए. मसला था दौसा उपचुनाव में हुई पार्टी की हार. दोनों पदाधिकारी हार के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरने लगे. इस पर वहां बखेड़ा हो गया. कुछ ही देर में यह हंगामा इतना बढ़ गया कि पदाधिकारियों में आपस में जमकर गाली गलौज होने लग गई. इस दौरान वे एक दूसरे के साथ धक्का मुक्की करने लगे और मारपीट पर उतारू हो गए.
सिकराय, बांदीकुई और महुआ विधायकों की मौजूदगी में हुआ यह सबइस दौरान एक नेता गुस्से में आकर लात मारकर वहां रखी कुर्सी तोड़ डाली. इससे वहां माहौल और तल्ख हो गया. जोरदार हंगामे के बीच बाद में वहां मौजूद भाजपा के अन्य कार्यकर्ताओं ने बीच बचाव किया और दोनों पदाधिकारियों को अलग-अलग किया. बैठक में जब यह हंगामा हो रहा था उस समय वहां पार्टी के सिकराय, बांदीकुई और महुआ विधायक भी मौजूद थे. लेकिन मंत्री मदन दिलावर के पहुंचने से पहले ही यह हंगामा शांत हो गया.
धर्मांतरण को लेकर लाया गया कानून जरूरी थाहंगामा शांत होने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर वहां पहुंचे. उन्होंने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ संगठनात्मक चुनाव को लेकर चर्चा की. मीडिया से बातचीत करते हुए मदन दिलावर ने कहा कि धर्मांतरण को लेकर लाया गया कानून जरूरी था. देश के कई राज्यों में इस तरह का कानून पहले ही लाया जा चुका है. उन्होंने अजमेर दरगाह को लेकर चल रहे विवाद को लेकर कहा कि किसी भी मामले को लेकर न्यायालय शरण में जाना अधिकार होता है. आगे जो भी करेगा कोर्ट ही करेगा.
FIRST PUBLISHED : December 2, 2024, 13:37 IST