Independent candidate Naresh Meena case Mahapanchayat in Tonk on 29th December supporters may march to CM House
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दौसा. पिछले दिनों राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे. लेकिन,सबसे चर्चा में टोंक जिले के देवली उनियारा सीट रही थी, क्योंकि यहां के निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने मतदान के दौरान एसडीएम के साथ मारपीट कर उन्हें थप्पड़ जड़ दिया था. इस घटना के बाद पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया था. इनकी गिरफ्तारी के बाद समर्थक प्रदर्शन करने लगे और नरेश मीणा की रिहाई की मांग करने लगे. हालांकि लगातार कई जगहों पर प्रदर्शन के बाद भी नरेश मीणा रिहा नहीं हो पाए. अब इनकी रिहाई को लेकर बड़ा पंचायत होना वाला है.
नरेश मीणा ने एसडीएम को जड़ दिया था थप्पड़
बता दें कि विधानसभा उपचुनाव के दौरान समरावता गांव में मतदान के दिन गांव की महिला और पुरुषों ने मतदान का बहिष्कार कर रखा था. ग्रामीणों का कहना था कि उनके पंचायत को दूसरे पंचायत समिति से जोड़ दिया है. ग्रामीण पूर्व की तरह यथावत करने की मांग कर रहे थे. इसकी सूचना पर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा भी गांव में पहुंचे और पूरी घटनाक्रम की जानकारी ली. मतदान केंद्र पर मौजूद एसडीएम सह रिटर्निंग अधिकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से मतदान करवा रहे थे. इसकी जानकारी मिलते ही निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा मतदान केंद्र में पहुंचे और एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिया. इसके बादयह मामला तूल पकड़ लिया और ग्रमीण नरेश मीणा के समर्थन में घरना पर बैठ गए.
पुलिस ने समर्थकों पर किया लाठी चार्ज
नरेश मीणा के समर्थक प्रीतम कुमार मीणा ने बताया कि थप्पड़ कांड की पूरी घटना के बाद निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के समर्थक समरावता गांव में ही बैठकर शाम के समय भोजन कर रहे थे. इसी दौरान नरेश मीणा अपनी गाड़ी की तरफ जा रहे थे. लेकिन, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की तो, समर्थकों ने नारेबाजी करना शुरू कर दिया और नरेश मीणा को छोड़ दिया गया. इसके बाद पुलिस के द्वारा समर्थकों पर लाठी चार्ज किया गया. वहीं गांव में वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया और तोड़फोड़ कर दी. नरेश मीणा मौके पर रहे और पुलिस वहां से उपद्रव कर रवाना हो गई थी. वहीं प्रीतम मीना ने बताया कि जब नरेश मीणा समरावता गांव में ही रहे और दूसरे दिन भी कई घंटे फेसबुक पर लाइव रहे. मौके पर पहुंची पुलिस ने सरेंडर करने को कहा, लेकिन सरेंडर करने से मना किया तो गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद दौसा सहित आस-पासके जिले में प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया.
29 को यहां महापंचायत का होगा आयोजन
नरेश मीणा के समर्थन में कांग्रेस के नेता प्रहलाद गुंजल भी उतरे और उनके द्वारा चौथ का बरवाड़ा में महापंचायत का आयोजन किया. कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल ने गुप्त स्थान पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और आगे की रणनीति बनाई. नरेश मीणा के समर्थकों ने बताया कि टोंक जिले के नगर फोर्ट में 29 दिसंबर को महापंचायत का आयोजन किया जाएगा और उसके बाद यहां से पैदल जिला कलेक्टर के पास जाएंगे और उनकी रिहाई करने की मांग करेंगे. अगर टोंक जिला कलेक्टर समर्थकों से नहीं मिलेंगे तो, जयपुर सीएम हाउस के लिए सभी समर्थक कूंच करेंगे और घेराव करेंगे. यह नरेश मीणा की रिहाई का आंदोलन होगा और रिहा कराकर ही वापस लौटेंगे. 29 तारीख को हजारों समर्थक दौसा जिले से भी उन्हें रिहा करने की मांग करने के लिए जाएंगे. इसके लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है. हजारों समर्थक नरेश मीणा को रिहा कराने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.
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FIRST PUBLISHED : December 19, 2024, 19:26 IST