इस नेशनल पार्क के ऑटो चालकों का सैलानियों के सहारे चलता जीवन, कहा- मार्च के बाद कम आते है पर्यटक

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 16, 2025, 18:06 IST
Bharatpur News: केवलादेव नेशनल पार्क में पर्यटकों के लिए मोटर वाहनों की अनुमति नहीं है. इसलिए ऑटो रिक्शा चालक साइकिल रिक्शा चालक और गाइड ही परिवहन और मार्गदर्शन की सुविधा प्रदान करते हैं.इन चालकों का मुख्य कार्…और पढ़ेंX
पार्क में बैठे ऑटो चालक
राजस्थान के भरतपुर स्थित केवलादेव नेशनल पार्क अपनी अद्भुत जैव विविधता और दुर्लभ पक्षियों के लिए दुनियाभर में मशहूर है.यह पार्क प्रवासी पक्षियों का स्वर्ग माना जाता है. हर साल हजारों पर्यटक यहां घूमने आते हैं. पक्षी प्रेमी फोटोग्राफर और प्रकृति प्रेमी इस पार्क में आकर इसकी सुंदरता का आनंद लेते हैं.लेकिन इस पूरे अनुभव को और भी खास बनाने का श्रेय यहां के स्थानीय ऑटो रिक्शा चालकों को जाता है.जो पर्यटकों को पार्क के भीतर घुमाने का काम करते हैं.
केवलादेव नेशनल पार्क में पर्यटकों के लिए मोटर वाहनों की अनुमति नहीं है. इसलिए ऑटो रिक्शा चालक साइकिल रिक्शा चालक और गाइड ही परिवहन और मार्गदर्शन की सुविधा प्रदान करते हैं.इन चालकों का मुख्य कार्य पर्यटकों को पार्क के विभिन्न हिस्सों में घुमाना और उन्हें वहां की खासियतों से परिचित कराना होता है. वे पक्षियों झीलों और जंगल के बारे में रोचक जानकारी भी देते हैं.जिससे सैलानियों का अनुभव और भी यादगार बन जाता है.
मौसम खराब होने पर कम आते है पर्यटकये ऑटो चालक कई वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्हें पार्क की भौगोलिक संरचना वन्यजीवों और पक्षियों के बारे में गहरी जानकारी होती है. वे न केवल पर्यटकों को सही मार्ग पर घुमाते हैं. बल्कि उन्हें पार्क के महत्व और संरक्षण के बारे में भी जागरूक करते हैं. हालांकि इन चालकों की आजीविका पूरी तरह से पर्यटन पर निर्भर करती है. जब पर्यटकों की संख्या अधिक होती है. उनकी कमाई अच्छी होती है. लेकिन जब मौसम खराब होता है. पर्यटक कम आते हैं.
मानसून के दौरान वैश्विक महामारी जैसी परिस्थितीउनकी आमदनी प्रभावित होती है. खासतौर पर मानसून के दौरान या वैश्विक महामारी जैसी परिस्थितियों में इन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. इसके बावजूद ये चालक पूरी ईमानदारी और मेहनत से अपनी सेवाएं देते हैं. ताकि केवलादेव नेशनल पार्क घूमने आने वाले हर व्यक्ति को एक बेहतरीन अनुभव मिल सके. वे अपनी सादगी विनम्रता और ज्ञान से पर्यटकों का मन मोह लेते हैं. जिससे लोग यहां बार-बार आना पसंद करते हैं. केवलादेव नेशनल पार्क न केवल एक जैव विविधता का खजाना है.बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार का एक महत्वपूर्ण साधन भी है.
Location :
Bharatpur,Rajasthan
First Published :
February 16, 2025, 18:06 IST
homerajasthan
इस नेशनल पार्क के ऑटो चालकों का सैलानियों के सहारे चलता जीवन, जानें वजह