NEET में हासिल की 8वीं रैंक, रोजाना किया 8 घंटे पढ़ाई, अब यहां से कर रहे हैं MBBS

Last Updated:February 27, 2025, 13:52 IST
NEET Story: अगर आप कोई भी काम को पूरी सिद्दत के साथ करते हैं, तो उसे पूरा होने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसी ही कहानी एक शख्स की है, जो अपनी कठिन मेहनत के बल पर नीट यूजी की परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल की हैं.
NEET Story: यहां से कर रहे हैं MBBS की पढ़ाई.
हाइलाइट्स
NEET UG में इस लड़के ने 8वीं रैंक हासिल की हैं.वह रोजाना 8 घंटे पढ़ाई कर NEET की तैयारी की.अब वह इस मेडिकल कॉलेज से MBBS की पढ़ाई कर रहे हैं.
NEET Success Story: कहते हैं न कि बच्चे कुछ चीजें अपने घर से सीखते हैं और उसे अमल में लाते हैं. ऐसे बहुत ही कम लोग देखने को मिलता है, जो अपने माता-पिता के प्रोफेशन से प्रेरणा लेकर उन्हीं की तरह बनने का सपना देखते हैं. ऐसी ही कहानी एक लड़के की है, जिनकी मेडिकल क्षेत्र में गहरी रुचि उनके माता-पिता से मिली प्रेरणा से मिली है. इसके लिए उन्होंने NEET UG की परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल की हैं. हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम ध्रुव कुशवाहा है.
नीट में हासिल की 8वीं रैंक नीट यूजी 2019 की परीक्षा में 8वीं रैंक लाने वाले ध्रुव कुशवाहा उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने नीट यूजी की परीक्षा में 695 अंक हासिल किए हैं. उन्होंने अपनी स्कूलिंग सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ से पढ़ाई की हैं. उनके माता-पिता भी डॉक्टर हैं. उनकी सफलता का राज उनके रेगुलर स्टडी और सही तैयारी रणनीतियों में छिपा है. वह बताते है कि उन्होंने अपनी NEET की तैयारी के लिए प्रतिदिन 8 घंटे पढ़ाई की. उनका समय कक्षाओं और कोचिंग के बीच बंटा हुआ था और वह मानते थे कि रेगुलर स्टडी ही सफलता की कुंजी है.
NCERT किताबों से कवर किया कोर्सध्रुव ने अपनी तैयारी के दौरान NCERT की किताबों को प्राथमिकता दी, क्योंकि यह NEET के पाठ्यक्रम का 80% से ज्यादा हिस्सा कवर करती हैं. उनकी रणनीति में स्कूल की पढ़ाई को प्राथमिकता दी गई, जिसके बाद उन्होंने NCERT पर ध्यान केंद्रित किया. ध्रुव ने अपनी कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के दौरान NEET और बोर्ड परीक्षा की तैयारी का संतुलन बनाए रखा. उन्होंने बताया कि इस दौरान टाइम मैनेजमेंट और रणनीति का महत्व अधिक था, जिससे दोनों परीक्षाओं की तैयारी समान रूप से हो सकी.
यहां से कर रहे हैं MBBSध्रुव कुशवाह अब मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज (MAMC) में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं और उनके लिए यह एक नई शुरुआत है. उनका सपना अब डॉक्टर बनने का है और उनका मानना है कि कठिन मेहनत और सही दिशा में प्रयास करने से सफलता मिलती है.
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First Published :
February 27, 2025, 13:52 IST
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NEET में हासिल की 8वीं रैंक, रोजाना किया 8 घंटे पढ़ाई, यहां से कर रहे हैं MBBS