Seminaar – Seminaar- सरदार पटेल और इंदिरा गांधी का स्मरण जरूरी

Seminaar-राजस्थान संस्कृत अकादमी और राजस्थान सिंधी अकादमी की ओर से शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अकादमी संकुल में सरदार वल्लभ भाई पटेल और इंदिरा गांधी पर विशेष संगोष्ठी हुई।

संस्कृत अकादमी की ओर से संगोष्ठी का आयोजन
जयपुर।
राजस्थान संस्कृत अकादमी और राजस्थान सिंधी अकादमी की ओर से शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अकादमी संकुल में सरदार वल्लभ भाई पटेल और इंदिरा गांधी पर विशेष संगोष्ठी हुई। राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में भारतरत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को समर्पित संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रो.श्रीकृष्ण शर्मा ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का नाम राष्ट्र निर्माता के रूप में याद रहेगा, जिन्होंने भारत की रियासतों को एक कर मजबूत देश के रूप में गढ़ा। इंदिरा गांधी ने बैंकों का विलय कर देश को आर्थिक शक्ति प्रदान की। मुख्य वक्ता प्रो.अर्जुन कृपलानी ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने महात्मा गांधी के निर्देश में आजादी के आंदोलन को बल दिया। राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में सहायक आचार्य शास्त्री कोसलेंद्रदास ने कहा कि इंदिरा गांधी ने संस्कृत भाषा के विकास के लिए 1970 में संस्कृत विद्यापीठ की स्थापना की और 1974 में आकाशवाणी से संस्कृत समाचार शुरू करवाए। चिंतक एवं लेखक यशवर्धन सिंह ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के साहसिक कार्यों का वर्णन करते हुए बताया कि वे सच्चे मायने में लौह पुरुष थे, जिनके कारण आज भारत मजबूत स्थिति में दिखाई पड़ता है। धन्यवाद ज्ञापन अकादमी के निदेशक संजय झाला ने दियाञ