Diwali 2021: धनतेरस पर खरीदना है सोना, पर कैसे करें शुद्धता की पहचान, इन आसान तरीकों से करें चेक


Dhanteras buying muhurat 2021: धनतेरस पर सोना खरीदने से पहले हॉलमार्क जरूर चेक करें.
Gold Purchasing Tips and Guide for Dhanteras and Diwali: दिवाली में सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. आभूषण खरीदने से पहले आपको बातों का ध्यान रहना बेहद जरूरी है वरना आप ठगी का शिकार भी हो सकते हैं. आइए जानते है सोने की गुणवत्तापूर्ण और शुद्धता (Gold Purity Chart) को परखने के कुछ आसान तरीके.
जयपुर. आज से पांच दिन के दीपोत्सव पर्व (Diwali 2021) की शुरुआत हो गई है. आज धनतेरस (Dhanteras 2021) है. आज के दिन से लेकर दिवाली तक सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. लेकिन अगर आप भी सोने-चांदी के आभूषण खरीदने (gold price in dhanteras 2021) जा रहे है तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें. इससे आप गुणवत्तापूर्ण और शुद्ध आभूषण ही खरीदें. वहीं किसी भी तरह की ठगी के शिकार भी ना हो. भारत सरकार द्वारा 16 जून 2021 से देश में जयपुर समेत 256 जिलों में सोने के आभूषणों पर बीआईएस हॉल्मार्क को अनिवार्य कर दिया गया है. वर्तमान में बाजार में केवल 14, 18, 20, 22, 23 और 24 कैरेट के हॉल्मार्क करे हुए सोने के आभूषण ही जेवरातियों द्वारा बेचे जा सकते है. अभी कुंदन और पोलकी आभूषणों और 2 ग्राम से कम वजन वाले आभूषणों पर हॉल्मार्क अनिवार्य नहीं है. आपके सोने के गहनों पर हॉलमार्क है तो इसका मतलब है कि उसकी शुद्धता प्रमाणित है.
हॉलमार्क सोने और चांदी के आभूषणों पर लगाए जाने वाली आधिकारिक मोहर है. ये उसकी गुणवत्ता प्रमाणित करने के लिए लगाई जाती है. ज्वेलरी खरीदने वाला ग्राहक निश्चिंत हो सकता है कि वो जो सोना खरीद रहा है, वो किस कैटेगरी का है और शुद्ध कितना है? हॉलमार्क का निर्धारण ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (Bureau of Indian Standards) करती है. सोने के गहनों पर हॉलमार्क के साथ बीआईएस (BIS) का लोगो लगाना जरूरी है. ग्राहकों को नकली माल से बचाने और कारोबार की निगरानी के लिए हॉलमार्किंग बेहद जरूरी है.
सोना खरीदते समय इन बातों का रखें खास ध्यान
कई ज्वेलर्स बिना जांच प्रक्रिया पूरी किए ही हॉलमार्क लगाते हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि हॉलमार्क असली है या नहीं. इसकी पहचान कैसे हो, इसे लेकर भारतीय मानक ब्यूरो की जयपुर शाखा कार्यालय-1 की प्रमुख कनिका कालिया ने कुछ उपाय बताए है, जिससे ग्राहक सोने की खरीद में ठगी से बच सकते है.
ज्वेलरी खरीदने से पहले ज्वेलर्स का रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र अवश्य देखें
बीआईएस द्वारा रजिस्टर्ड ज्वेलर्स ही हॉलमार्क आभूषण बेच सकते है
ब्यूरो द्वारा हर बिक्री आउटलेट्स के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन दिया जाता है
रेजिस्ट्रेशन नंबर की जांच बीआईएस की वेबसाइट www.bis.gov.in या बीआईएस केयर ऐप द्वारा की जा सकती है
असली हॉलमार्क पर बीआईएस का तिकोना निशान होता है
ग्राहक ज्वेलरी पर तीन निशान अवश्य देखें
पहला- ब्यूरो का तिकोना साइन
दूसरा- सोने की शुद्धता का निशान, जैसे-22 कैरेट सोने के लिए 22K916
वहींं 14 कैरेट सोने के लिए 14K583
तीसरा- हर ज्वैलरी का 6 डिजिट का अल्फा न्यूमेरिकल नंबर (HUID)
ये तीनों निशान नंगी आंखों से देखना संभव नहीं है
इसके लिए ज्वेलर्स से 10x मैग्नीफाइंग पावर का लेंस मांगे
यह लैंस हर ज्वेलर्स को रखना अनिवार्य है
सोने के एक आभूषण का हॉलमार्क शुल्क -35 रुपए है
चांदी के आभूषण का हॉलमार्क शुल्क- 25 रुपए फिक्स है
झुमके, कंगन जैसे वस्तुओं पर अलग-अलग हॉल्मार्क और HUID नंबर की जांच कर लें
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