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कौन हैं DRDO चीफ, जिन्हें डिफेंस मटेरियल का माना जाता है एक्सपर्ट, IIT से लेकर अमेरिका की है डिग्री  

Last Updated:May 09, 2025, 13:39 IST

DRDO Story: भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण महौल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज DRDO चीफ से मुलाकात करेंगे. डीआरडीओ चीफ डिफेंस मटेरियल के एक्सपर्ट भी माने जाते हैं. कौन हैं DRDO चीफ, जिन्हें डिफेंस मटेरियल का माना जाता है एक्सपर्ट

DRDO Story: कौन हैं DRDO चीफ Dr. समीर कामत

हाइलाइट्स

DRDO चीफ IIT खड़गपुर से बी.टेक की डिग्री हासिल की हैं.इसके बाद उन्होंने अमेरिका से पीएचडी की.DRDO में बतौर साइंटिस्ट ज्वाइन किए.

DRDO Story: भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण महौल है. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक किया. इससे पाकिस्तान ने अपने नापाक इरादे को रखते हुए भारत के रिहायशी इलाकों को गोलीबारी और रॉकेट से हमला किया. लेकिन भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जबाव देते हुए उनके हमलों को नाकाम कर दिया है. इसी बीच रक्षा मंत्री DRDO चीफ डॉ. समीर वी. कामत (DRDO Chief Dr. Samir V Kamat) से मिलेंगे. डॉ. समीर ने 26 अगस्त 2022 को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष और रक्षा अनुसंधान और विकास विभाग (DD R&D) के सेक्रेटरी का पदभार संभाला है.

IIT खड़गपुर से किया बीटेकरक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष डॉ. कामत ने वर्ष 1985 में आईआईटी खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने 1988 में ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी, अमेरिका से मैटेरियल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग में पीएचडी पूरी की. साल 1989 में उन्होंने डीआरडीओ में साइंटिस्ट के रूप में अपनी सेवाएं शुरू की.

डिफेंस मटेरियल डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण योगदानडॉ. कामत ने कई एडवांस्ड डिफेंस मटेरियल प्रोजेक्ट में नेतृत्व किया है. उन्होंने नौसेना जहाजों के लिए मजबूत स्टील, एयरोइंजन के लिए हाई-टेम्परेचर टाइटेनियम और निकल आधारित सुपरलॉय, और मिसाइल सिस्टम के लिए रेडोम सामग्री विकसित करने में अहम भूमिका निभाई. इसके अलावा, उन्होंने सैनिकों और वाहनों के लिए सुरक्षा कवच और स्टील्थ टेक्नोलॉजी पर भी काम किया है.

नौसेना सिस्टमों में इनोवेशनडॉ. कामत ने एंटी टारपीडो सिस्टम, हल्के टारपीडो, ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल और पनडुब्बियों के लिए अत्याधुनिक ईंधन सेल आधारित प्रणालियों जैसे कई नौसेना प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है. उनके नेतृत्व में विकसित तकनीकों का उपयोग आज देश की नौसेना में हो रहा है. डॉ. कामत ने 180 से अधिक रिसर्च अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक पत्रिकाओं में प्रकाशित किए हैं, जिससे उनकी रिसर्च और इनोवेशन क्षमता का प्रमाण मिलता है.

DRDO चीफ को मिला ये सम्मानDRDO चीफ डॉ. समीर कामत को उनके बेहतरीन कार्यों के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. उन्हें IIT खड़गपुर द्वारा विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार, इस्पात मंत्रालय से मेटलर्जिस्ट ऑफ द ईयर अवार्ड और डीआरडीओ से साइंटिस्ट ऑफ द ईयर अवार्ड मिला है. वे इंडियन नेशनल इंजीनियरिंग एकेडमी (INAE) और इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया (IEI) के फेलो भी हैं.

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authorimgMunna Kumar

पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में Hin…और पढ़ें

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