टीम इंडिया पर पूरा कंट्रोल चाहते हैं गौतम गंभीर, जसप्रीत बुमराह बनेंगे राह में रोड़ा, इसलिए गिल को बनाना चाहते हैं कप्तान

नई दिल्ली: कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कथित तौर पर बीसीसीआई से टीम पर अपना पूरा कंट्रोल मांगा है. दैनिक जागरण में छपी रिपोर्ट के अनुसार गंभीर भारतीय क्रिकेट की सुपरस्टार संस्कृति को खत्म करने के विचार से इस सेटअप में आए थे.
कथित तौर पर गौतम गंभीर ने रोहित शर्मा और विराट कोहली को टेस्ट सेटअप से दूर करने में अहम भूमिका निभाई थी. इंग्लैंड दौरे के लिए भारत की टीम के चयन से एक सप्ताह पहले गंभीर और सिलेक्शन कमिटी के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने सीनियर प्लेयर्स को साफ कर दिया था कि टीम अब युवा प्लेयर्स के साथ आगे बढ़ना चाहती है, यही कारण था कि पुराने प्लेयर्स ने जल्दी-जल्दी संन्यास की घोषणा कर दी.
IPL: आपने मैक्सवेल से शादी नहीं की इसलिए वो… अपने बारे में अनाप-शनाप सुनते ही भड़क गईं प्रीति जिंटा
रोहित-विराट के संन्यास में गंभीर का हाथ?यह पहला मामला है जब किसी मुख्य कोच ने भारतीय क्रिकेट टीम के दो सबसे बड़े सितारों को बाहर करने में अहम भूमिका निभाई हो. इससे पहले तक भारतीय टीम को उसके कप्तान चलाते थे. सारे बड़े फैसले कप्तान के होते थे. चाहे कितना भी बड़ा नाम कोच बनकर आए, लेकिन वो हमेशा पर्दे के पीछे ही रहता था.
IPL 2025 का सबसे बड़ा बदलाव, 90 दिन पहले किसी ने नहीं सोचा था, ऐसा होने वाला है
गंभीर के फैसलों को सिर्फ बुमराह ही चुनौती दे सकते हैंरिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अगर शुभमन गिल कप्तान बनते हैं तो वह गौतम गंभीर की सारी बात सुनेंगे क्योंकि वह अभी भी युवा हैं. उन्हें भविष्य के सुपरस्टार के रूप में पेश किया जा सकता है, लेकिन वह अभी भी उस मुकाम पर नहीं पहुंचे हैं जहां वह गंभीर के फैसलों को चुनौती दे सकें. मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम में एकमात्र क्रिकेटर जो शायद गंभीर की रणनीति का मुकाबला कर सकता था और वह तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हैं. अगर बुमराह की फिटनेस की समस्या नहीं होगी तो वह कप्तान की पहली चॉइस होंगे.
बीवी के साथ प्रेमानंद महाराज से मिलकर आ रहे थे विराट, अनजान शख्स ने की ऐसी हरकत, हैरान रह गए कोहली
गंभीर को सूट करेगी गिल की कप्तानीरोहित शर्मा के कार्यकाल में बुमराह को उप-कप्तान नियुक्त किया गया था और उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व भी किया है. चूंकि वह एक तेज गेंदबाज के रूप में बहुत कीमती हैं और उनके वर्कलोड को मैनेज करने की जरूरत होती है, इसलिए उन्हें पूर्णकालिक कप्तानी देना संभव नहीं था. इसलिए, अगर गिल को कप्तान नियुक्त किया जाता है तो भी गंभीर के पास टीम का पूरा कंट्रोल आ जाएगा जैसा वह चाहते हैं.
क्या ये 5 युवा कर पाएंगे टीम इंडिया का उद्धार, कोहली-रोहित के संन्यास के बाद किन पर दारोमदार?
पूरा कंट्रोल चाहते हैं गौतम गंभीररवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ के हालिया उदाहरणों को ही लें. वे हमेशा कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा के सहयोगी रहे हैं. नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अब रोहित, कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे पुराने दिग्गजों के संन्यास के बाद सारे फैसले गौतम गंभीर ही लेंगे. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में हार और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवाने के बाद गंभीर ने बोर्ड से पूरी आजादी का अनुरोध किया था.’