Jhalawar School Collapse: 4.28 करोड़ रुपये का था प्रावधान, वित्त मंत्रालय में अटकी रहीं फाइलें

Last Updated:July 25, 2025, 14:33 IST
Jhalawar School Collapse: राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहर थाना के पीपलोड़ी गांव स्थित सरकारी स्कूल में छत गिरने से 7 बच्चों की मौत और 30 से अधिक घायल हो गए. शिक्षा निदेशक ने माना कि मॉनसून से पहले चेतावनी दी…और पढ़ेंझालावाड़ स्कूल हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत
हाइलाइट्स
स्कूल की छत गिरने से 7 बच्चों की मौत30 से अधिक बच्चे घायल, 2 की हालत गंभीरमरम्मत के लिए 4.28 करोड़ का प्रस्ताव अटका थाझालावाड़. मनोहर थाना क्षेत्र के पीपलोड़ी गांव स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में छत गिरने से हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है. हादसे में 7 मासूम बच्चों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हुए. अब इस हादसे के बाद सामने आ रही जानकारी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. विद्यालय की मरम्मत के लिए 4.28 करोड़ रुपये का प्रावधान पहले से था, लेकिन यह प्रस्ताव वित्त मंत्रालय में अटका रहा.
शिक्षा निदेशक ने मानी लापरवाही की बातराज्य के शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने इस हादसे को “बेहद दुखद” बताया और कहा कि मॉनसून से पहले ही सभी स्कूलों को व्यापक सुरक्षा निर्देश भेज दिए गए थे. उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त और जर्जर स्कूल भवनों की सूची समग्र शिक्षा अभियान (समसा) को भेजी गई थी, लेकिन संबंधित विभागों में प्रक्रिया अटकी रही.
कैसे हुआ हादसा
जिले के पीपलोड़ी गांव स्थित सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार सुबह प्रार्थना सभा के दौरान स्कूल की छत गिर गई। घटना में कम से कम 7 बच्चों की मौत हुई और 30 से अधिक बच्चे घायल हुए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है. प्रार्थना आरंभ होने से पहले लगभग 60 विद्यार्थी कक्षा में थे. एक हिस्से की छत अचानक गिरने से बच्चे मलबे में दब गए. उन्हें ग्रामीण, शिक्षक और प्रशासन की मदद से तुरंत बाहर निकाला गया.
राहत और बचाव अभियान
जल्द ही मौके पर पुलिस, प्रशासन, ग्रामीण, पुलिस बल और जेसीबी मशीनें पहुंची. बचाव कार्य युद्ध स्तर पर किया गय. 32 बच्चों को मलबे से जीवित निकाला गया. कई गंभीर रूप से घायल बच्चे मनोहर थाना CHC और झालावाड़ जिला अस्पताल में इलाजरत हैं.
भवन की स्थिति और कारण खोजबीनपुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह स्कूल भवन करीब 20 साल पुराना था और लगातार बारिश से कमजोर हो चुका था. स्थानीय लोगों ने पहले भी इसकी मरम्मत की कई बार मांग की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए घायलों के इलाज और प्रभावित परिवारों को सहायता की घोषणा की है. 2
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जल्द से जल्द उच्च स्तरीय जांच कराने व घायल बच्चों के उचित उपचार के सुनिश्चित करने की बात कही है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विपक्षी नेताओं द्वारा इसे प्रशासनिक लापरवाही बताकर जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग की है.
निखिल वर्मा
एक दशक से डिजिटल जर्नलिज्म में सक्रिय. दिसंबर 2020 से Hindi के साथ सफर शुरू. न्यूज18 हिन्दी से पहले लोकमत, हिन्दुस्तान, राजस्थान पत्रिका, इंडिया न्यूज की वेबसाइट में रिपोर्टिंग, इलेक्शन, खेल और विभिन्न डे…और पढ़ें
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Jhalawar,Jhalawar,Rajasthan
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झालावाड़ हादसा: 4.28 करोड़ का था प्रावधान, वित्त मंत्रालय में अटकी रहीं फाइलें