Health Tips: लालटेन की तरह दिखने वाला यह फल है औषधि गुणों की खान, ब्लड शुगर को करता है कंट्रोल

Last Updated:October 13, 2025, 03:03 IST
रसभरी सिर्फ एक स्वादिष्ट फल नहीं, बल्कि सेहत का खजाना है. विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और औषधीय गुणों से भरपूर यह फल कई बीमारियों में रामबाण की तरह काम करता है. बुज़ुर्गों के अनुभव और आधुनिक हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय, दोनों ही रसभरी को एक प्राकृतिक सुपरफूड मानते हैं. अगर कभी आपको यह लालटेन जैसी दिखने वाली रसभरी मिले, तो इसका स्वाद जरूर चखें.
प्रकृति में ऐसे अनेक पेड़-पौधे पाए जाते हैं जो मानव शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं, ऐसा ही एक पौधा है <em data-start=”354″ data-end=”361″>रसभरी</em><em>, </em>जिसे गांवों में <em data-start=”379″ data-end=”390″>लालटेन फल</em> भी कहा जाता है. यह एक छोटा, हरे-पीले रंग का फल होता है, जो पतले कागज़ी खोल में लिपटा रहता है. इसका आकार छोटी लालटेन जैसा दिखाई देता है। खट्टी-मीठी स्वाद वाली रसभरी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी एक प्राकृतिक सुपरफूड मानी जाती है.
हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. प्रिया ने बताया कि रसभरी में पोषक तत्वों की भरमार होती है. इसमें मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त रखता है और पेट की गड़बड़ी से राहत दिलाता है. यह फल ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है, जिससे डायबिटीज के मरीज़ों को विशेष लाभ होता है. इसमें मौजूद तत्व शरीर की ऊर्जा बनाए रखने में मदद करते हैं और भोजन को पचाने में सहायक होते हैं.
इसके अलावा, रसभरी का फल विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, यह त्वचा को निखारने में मदद करता है, स्किन को ग्लो प्रदान करता है और झुर्रियों को कम करता है. इसमें मौजूद विटामिन A, विटामिन C और आयरन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होते हैं. साथ ही, इसमें पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड्स कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखकर हृदय की सेहत को बेहतर बनाते हैं. पुराने समय में लोग रसभरी का नियमित रूप से सेवन करते थे, जिससे उनकी त्वचा लंबे समय तक जवान दिखाई देती थी.
हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. प्रिया ने बताया कि रसभरी जोड़ों के दर्द में भी राहत देती है, पुराने समय में बुजुर्ग इसके पत्तों और फलों का काढ़ा बनाकर इस्तेमाल करते थे. इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द और सूजन को कम करने में सहायक होते हैं. उन्होंने बताया कि रसभरी के फल का नियमित सेवन शरीर को ताकत प्रदान करता है और पुरानी बीमारियों से बचाव में मदद करता है.
ग्रामीण बुज़ुर्ग महिला गीता देवी बताती हैं कि रसभरी को कई तरीकों से खाया जा सकता है. इसे सीधे तोड़कर खाया जा सकता है, या फिर इसका उपयोग जैम, चाय और सलाद में भी किया जा सकता है. सूखी रसभरी की पत्तियां चाय में डालने से इम्यूनिटी बढ़ती है. इसके अलावा, सलाद और मिठाइयों में इसका रंग और स्वाद दोनों ही बढ़ जाते हैं.
रसभरी सिर्फ एक फल नहीं, बल्कि स्वाद और सेहत का संगम है, यह हमें याद दिलाती है कि प्रकृति में हर रोग का इलाज छिपा होता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, रसभरी अनेक रोगों के इलाज में रामबाण औषधि के रूप में कार्य करती है. बुज़ुर्ग महिलाओं के लिए यह एक अत्यंत लाभकारी फल है. ऐसे में, यदि आपको कभी लालटेन जैसा यह फल दिखाई दे, तो इसका स्वाद अवश्य चखें.
First Published :
October 13, 2025, 03:03 IST
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औषधीय गुणों से भरपूर यह फल, कई बीमारियों में रामबाण, जानिए क्या है इसका नाम