2 दोस्त, 1 चोर दूसरा इमानदार, धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा की वो फिल्म, जिसकी कहानी सुनते ही देखने बैठ जाएंगे

Last Updated:October 14, 2025, 20:45 IST
4th Highest Grossing Film Of 1974: आज हम आपको एक ऐसी फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आज से 51 साल पहले सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. इस फिल्म का नाम है ‘दोस्ती’, जो साल 1974 की चौथी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी. इस फिल्म में धर्मेंद्र के साथ शत्रुघ्न सिन्हा लीड रोल में नजर आए थे.
नई दिल्ली. बॉलीवुड में दोस्ती पर कई फिल्में बनी हैं, जिनमें से कुछ यादगार बन गईं. धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘शोले’ इसका एक बेहतरीन उदाहरण है. आज हम आपको धर्मेंद्र की एक और ऐसी फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दोस्ती पर ही बेस्ड थी. इस फिल्म में धर्मेंद्र के साथ शत्रुघ्न सिन्हा नजर आए थे.
धर्मेंद्र और शत्रुघ्न की इस फिल्म का नाम था ‘दोस्ती’, जो प्रेमजी द्वारा निर्मित और दुलाल गुहा द्वारा निर्देशित थी. फिल्म में धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा के आलाव हेमा मालिनी, असित सेन और रहमान भी मुख्य भूमिकाओं में थे. फिल्म अमिताभ बच्चन का भी छोटा सा कमियो था और फिल्म का संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का था.
फिल्म में मानव के रूप में धर्मेंद्र, हेमा मालिनी काजल “काजू” गुप्ता के रूप में, गोपीचंद “गोपी” शर्मा के रूप में शत्रुघ्न सिन्हा, आनंद के रूप में अमिताभ बच्चन (कैमियो), श्यामल के रूप में रवींद्र कपूर,<br />गादीबाबू के रूप में कन्हैयालाल, उस्ताद मोंटो सरदार के रूप में अनवर हुसैन और फादर फ्रांसिस के रूप में अभि भट्टाचार्य नजर आए थे.
इस फिल्म की कहानी इतनी बेहतरीन थी कि कहानी सुनते ही आप इसे देखने बैठ जाएंगे और बता दें यूट्यब पर आप इस फिल्म को बिलकुल फ्री में देख सकते हैं. तो चलिए, सबसे पहले आपको इस फिल्म की कहानी के बारे में बता देते हैं.
मानव एक अनाथ है जिसका पालन-पोषण एक कैथोलिक पादरी, फादर फ्रांसिस ने किया था. एमए की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वह तरण देवी स्थित अपने घर लौटता है और उसे पता चलता है कि उसके गुरु की मृत्यु हो गई है.
वह ट्रेन से बॉम्बे पहुचता है, जहां गोपीचंद शर्मा नाम का एक आदमी उसका सामान चुराने की कोशिश करता है, लेकिन मानव उसका पीछा करता है और उसे वापस ले आता है. मतभेदों के बावजूद, दोनों दोस्त बन जाते हैं- मानव एक ईमानदार जीवन जीना चाहता है, जबकि गोपीचंद, जो अपनी नर्स पत्नी कल्याणी और बेटे मुन्ना से अलग रहता है, एक शराबी और चोर है.
गोपीचंद अपनी जीवनशैली बदलता है, ईमानदार होने का फैसला करता है, अपने परिवार के साथ सुलह कर लेता है, लेकिन अपने अपराधी सरगना, मोंटो सरदार से दुश्मनी मोल लेता है, जो उसका दाहिना हाथ काट देता है. मानव उसे हरक्यूलिस मिल्क फूड्स में नौकरी दिला देता है. मानव की मुलाकात काजल गुप्ता से होती है और वह उससे प्यार करने लगता है, जो हरक्यूलिस मिल्क फूड्स के मालिक की बेटी है. यह बात उसके पिता को बहुत नागवार गुजरती है, जो उसकी शादी श्यामल से करवाना चाहते हैं.
फिर एक दिन मानव गोपीचंद और काजल की ज़िंदगी से गायब हो जाता है. वह शिमला वापस आ जाता है और यहीं उसे पता चलता है कि हालात बेकाबू हो गए हैं क्योंकि गोपीचंद को दूषित दूध पाउडर बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जिससे सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई. मानव बंबई लौटने का फैसला करता है और यह समझने की कोशिश करता है कि गोपीचंद ने यह अपराध क्यों किया.
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October 14, 2025, 20:41 IST
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