Ground Report : दीपावली से पहले जगह-जगह मिलावटी मावे… जाने कैसे करें असली-नकली की पहचान, क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

Last Updated:October 15, 2025, 18:31 IST
Real And Fake Mawa Paneer: जयपुर के गोपाल जी का रास्ता बाजार दीपावली पर मावा और पनीर की खरीदारी के लिए प्रसिद्ध है, जहां शुद्धता के लिए छापेमारी में नकली मावा बरामद हुआ और कीमतें दूध के भाव पर निर्भर हैं.
जयपुर. दीपावली की रौनक राजधानी जयपुर में जोरों-शोरों से देखने को मिल रही है और बाजार खरीदारी करने वालों से गुलजार हैं. दीपावली फेस्टिवल पर बाजार में सबसे ज्यादा डिमांड मिठाई बनाने के लिए दूध, मावा, पनीर और घी की रहती हैं. जयपुर के चारदीवारी बाजार के जौहर बाजार में स्थित गोपाल जी का रास्ता शहर का सबसे बड़ा और पुराना मावा और पनीर मार्केट है, जहां लोग सबसे ज्यादा खरीदारी के लिए पहुंचते हैं. हाल ही में जयपुर के कुछ इलाकों में खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए ‘शुद्ध आहार मिलावट पर वार’ अभियान के तहत छापेमारी की गई, जिसमें भारी संख्या में नकली पनीर और मावा बरामद हुए.
लोकल-18 ने गोपाल जी के रास्ता बाजार में पनीर और मावे के व्यापारियों से बात की. व्यापारी बताते हैं कि यह बाजार 60 साल से भी अधिक पुराना है और यहां लोग शुद्ध पनीर, मावा और घी खरीदने के लिए आते हैं. इस मार्केट में मावे और पनीर की लगभग 15 दुकानें हैं, जहां दीपावली पर करोड़ों रुपए का व्यापार होता है. व्यापारी बताते हैं कि असली मावे दानेदार लच्छों वाले और सफेद रंग के होते हैं, जबकि नकली मावे में दूध के लच्छे नहीं होते और रंग गहरा पीला होता है. नकली मावा मुंह में चिपकता है और उसमें कच्चे दूध जैसा स्वाद नहीं आता. घर पर नकली मावे की पहचान के लिए मावे को पानी में डालकर देखा जा सकता है, यदि मावा टूटकर अलग हो जाए तो उसमें मिलावट की गई है.
मावा में मिलावट के तरीके और सावधानीव्यापारी बताते हैं कि मावे में मिलावट के लिए आयोडीन, सिंघाड़े का आटा, स्टार्च, मिल्क पाउडर, वनस्पति घी और आलू का उपयोग किया जाता है, जिससे स्वाद और गुणवत्ता दोनों प्रभावित होते हैं. शुद्ध मावे में हाथ से रगड़ने पर घी की खुशबू आती है और खाना चिपकता नहीं, जबकि नकली मावे में दुर्गन्ध होती है और वह मुंह में चिपक जाता है.
दीपावली पर मावे-पनीर का व्यापार और कीमतें
व्यापारी बताते हैं कि दीपावली के दौरान 20 हजार से 50 हजार किलोग्राम मावे की डिमांड रहती है, जिसे जयपुर की हजारों दुकानों में सप्लाई किया जाता है. इससे हर साल करोड़ों का व्यापार होता है. हालांकि दूध की बढ़ती कीमतों के कारण पनीर, मावा और घी की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, जिससे व्यापार प्रभावित हुआ है. वर्तमान में इस मार्केट में पनीर 360 रुपए प्रति किलो, मिल्क केक मावा 440 रुपए, अखरोट मिठाई 440 रुपए और सामान्य मावा 280 रुपए प्रति किलो में उपलब्ध है. इन भावों में रोजाना दूध के उत्पादन और बाजार के भाव पर निर्भरता रहती है.
Anand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
October 15, 2025, 18:06 IST
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दीपावली से पहले जगह-जगह मिलावटी मावे… जाने कैसे करें असली-नकली की पहचान!