delhi metro trying to save environment दिल्ली मेट्रो करने जा रही बड़ा बदलाव, बचाएगी पर्यावरण, बन जाएगी देश की पहली रेल परियोजना,

Last Updated:October 15, 2025, 23:08 IST
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने जा रही है. डीएमआरसी ने मेट्रो ट्रेनों के संचालन में खर्च होने वाली सालाना 500 मिलियन यूनिट नवीकरणीय ऊर्जा के लिए बोलियां मंगाई हैं, जिससे डीएमआरसी का ऊर्जा पोर्टफोलियो 60 फीसदी तक हरित हो जाएगा.
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दिल्ली मेट्रो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है.
दिल्ली मेट्रो लगातार बदलावों के लिए भी जानी जाती है. इतना ही नहीं पहले से ही पर्यावरण फ्रेंडली मेट्रो अब प्रदूषण विरोधी कदमों को और आगे ले जा रही है. पहले से ही सोलर एनर्जी का उपयोग कर रही दिल्ली मेट्रो अब ट्रेन संचालन के लिए नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठा रही है. इसके लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने हर साल 500 मिलियन यूनिट (MU) नवीकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं.
डीएमआरसी की ओर से बताया गया कि वह अपने यात्रियों को हमेशा स्वच्छ, हरित और निर्बाध सार्वजनिक परिवहन सुविधा प्रदान करती रही है. अपनी मौजूदा बिजली मांग के एक बड़े हिस्से को पूरा करने के लिए डीएमआरसी पहले से ही रीवा सोलर पार्क से वार्षिक तौर पर लगभग 350 मिलियन यूनिट बिजली ले रही है. इसके अलावा डीएमआरसी के स्टेशनों, डिपो और कर्मचारी कॉलोनियों की छतों पर स्थापित रूफटॉप सोलर प्लांट से वार्षिक तौर पर 40 मिलियन यूनिट बिजली उत्पन्न हो रही है. डीएमआरसी में परिचालन समय के दौरान इस नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग कुल बिजली उपयोग का लगभग 33 प्रतिशत और दिन के समय मेट्रो परिचालन के दौरान लगभग 65 प्रतिशत है.दिल्ली और एनसीआर में डीएमआरसी को हर साल 500 मिलियन यूनिट नवीकरणीय ऊर्जा की जरूरत होती है. इसकी आपूर्ति करने के लिए भारत में कहीं भी ग्रिड से जुड़ा कैप्टिव जनरेटिंग प्लांट और बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) स्थापित करने के लिए एक सौर ऊर्जा डेवलपर का चुनाव किया जाना है, जिसके लिए बोलियां मंगाई गई हैं. बता दें कि यह भारत के स्वच्छ और अधिक लचीली आगामी ऊर्जा के लिए सहायता करने की दिशा में एक कदम है.
डीएमआरसी ने बताया कि नवीकरणीय बिजली के लिए बोली आमंत्रित करने का मुख्य उद्देश्य अपने ऊर्जा पोर्टफोलियो में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को वर्तमान 33 फीसदी से बढ़ाकर अपनी कुल ऊर्जा जरूरत (फेज़-IV नेटवर्क के विस्तार सहित) के 60 फीसदी से अधिक करना है. इस पहल के साथ, डीएमआरसी भारत की पहली मेट्रो रेल परियोजना बन जाएगी जो टिकाऊ और कम कार्बन वाले परिचालन की ओर ट्रांजिशन के लिए 60 फीसदी से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करेगी.
परियोजना की निर्धारित पूर्णता अवधि कार्य सौंपे जाने की तिथि से 15 महीने होगी और बिजली खरीद समझौते की अवधि 25 वर्ष होगी. बोली प्रक्रिया अनुमोदित सरकारी मानदंडों के अनुसार लागू होगी. यह डीएमआरसी द्वारा भारत सरकार की प्रस्तावित पांच-स्तरीय रणनीति पंचामृत में योगदान देने का एक प्रयास है, जिसमें सीओपी-26 (Conference of the Parties) में घोषित पांच क्लाइमेट एक्शन गोल्स शामिल हैं.
priya gautamSenior Correspondent
अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi..com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्…और पढ़ें
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Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
First Published :
October 15, 2025, 23:08 IST
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