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Universal Kidney for All | किडनी ट्रांसप्लांट में वेटिंग लिस्ट खत्म

Last Updated:October 16, 2025, 17:52 IST

Scientist developed Universal Kidney: किडनी ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में वैज्ञानिकों ने करिश्मा कर दिखाया है. एक ऐसी यूनिवर्सल किडनी विकसित की है जिसे किसी भी व्यक्ति में सेट किया जा सकता है. इसके लिए किडनी मैच कराने का झंझट खत्म हो जाएगा.किडनी ट्रांसप्लांट में वैज्ञानिकों ने किया करिश्मा, वेटिंग लिस्ट का झंझट नहींवैज्ञानिकों ने बनाई यूनिवर्सल किडनी.

Scientist developed Universal Kidney: किडनी ट्रांसप्लांट का सबसे बड़ा झंझट होता है किडनी का मैच होना. आमतौर पर जब किसी की किडनी खराब होती है तब डोनर की किडनी को लेने के लिए उसका मैच करना बहुत जरूरी है. इसके लिए सेम ब्लड ग्रुप का मिलान होना जरूरी है. सेम ब्लड ग्रुप नहीं होने के कारण महीनों और साल लग जाते हैं. अब वैज्ञानिकों ने किडनी ट्रांसप्लांट के इस झंझट को खत्म कर दिया है. साइंस अलर्ट के मुताबिक कनाडा और चीन के वैज्ञानिकों ने यूनिवर्सल किडनी का सफल परीक्षण किया है, जो किसी भी ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति में ट्रांसप्लांट किया जा सकता है. यह शोध किडनी ट्रांसप्लांट उपचार में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है और लाखों मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण साबित हो सकती है.

कि़डनी ट्रांसप्लांट में वेटिंग लिस्ट का झंझट खत्म होगा
10 साल की लगातार वैज्ञानिक मेहनत के बाद आखिरकार शोधकर्ताओं ने किडनी ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में बड़ा कदम आगे बढ़ाया है. अब वैज्ञानिक यूनिवर्सल किडनी यानी ऐसी किडनी जिसे किसी भी ब्लड ग्रुप वाले मरीज में लगाया जा सके का सफल परीक्षण किया है. इस खोज से न केवल अंग किडनी ट्रांसप्लांट की लंबी प्रतीक्षा अवधि कम हो सकती है बल्कि लाखों जिंदगियां भी बचाई जा सकती हैं. कनाडा और चीन के कई संस्थानों की टीम ने एक विशेष प्रयोग में यह सफलता हासिल की. इस प्रयोग में एक मृत व्यक्ति के शरीर में यूनिवर्सल किडनी कुछ दिनों तक जीवित रह सकी और काम करती रही. ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के बायोकैमिस्ट स्टीफन विदर्स के अनुसार यह पहला अवसर है जब हमने इसे किसी मानव मॉडल में सफल होते देखा. यह हमें दीर्घकालिक परिणामों को सुधारने की दिशा में अनमोल जानकारी देता है.

ब्लड ग्रुप की दीवार तोड़ने की दिशा में कदमफिलहाल, टाइप O ब्लड ग्रुप वाले मरीजों को प्रत्यारोपण के लिए टाइप O डोनर की किडनी का इंतजार करना पड़ता है. यह स्थिति सबसे गंभीर है क्योंकि अमेरिकी आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन लगभग 11 लोग किडनी न मिलने के कारण अपनी जान गंवा देते हैं. टाइप O किडनी अन्य ब्लड ग्रुप वालों के लिए भी उपयोगी हो सकती है लेकिन इनकी मांग अत्यधिक है, जिससे कमी बनी रहती है. वैज्ञानिकों ने डिफरेंट ब्लड टाइप ट्रांसप्लांट्स की कई कोशिशें की थीं, मगर मौजूदा प्रक्रियाएं जटिल, महंगी और जोखिम भरी हैं. नई तकनीक में शोधकर्ताओं ने एंजाइम्स का उपयोग किया, जो ब्लड टाइप ए किडनी से शुगर मॉलिक्यूल्स यानी एंटीजन हटाकर उसे टाइप O जैसी न्यूट्रल किडनी में बदल देते हैं. स्टीफन विदर्स इस प्रक्रिया की तुलना कार से लाल पेंट हटाकर न्यूट्रल कलर दिखाने से करते हैं. उनका कहना है, जब लाल पेंट हट जाता है, तब इम्यून सिस्टम ऑर्गन को विदेशी नहीं मानता.

प्रयोग में मिली सशर्त सफलताइस प्रयोग में वैज्ञानिकों ने किडनी को एक ब्रेन-डेड व्यक्ति के शरीर में ट्रांसप्लांट किया. परीक्षण के दौरान यह किडनी कुछ दिनों तक सामान्य रूप से काम करती रही. तीसरे दिन तक इसमें फिर से टाइप ए ब्लड के कुछ संकेत दिखने लगे, जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली ने हल्का रिएक्शन दिया, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह रिएक्शन अपेक्षाकृत कम था. महत्वपूर्ण बात यह रही कि शरीर में किडनी को टॉलरेंस विकसित करने के संकेत मिले, यानी शरीर धीरे-धीरे उसे अपना अंग मानने लगा था. अभी यह प्रक्रिया शुरुआती चरण में है और इसे जीवित मनुष्यों पर लागू करने से पहले कई प्रीक्लिनिकल ट्रायल्स की जरूरत होगी. लेकिन शुरुआती नतीजे संकेत देते हैं कि ऑर्गन रीजेक्शन की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

अंग प्रत्यारोपण के उपचार में संभावित क्रांतिवर्तमान में किडनी ट्रांसप्लांट का इंतजार करने वाले मरीजों की संख्या इतनी अधिक है कि हर साल हजारों लोग समय पर अंग न मिलने से मर जाते हैं. यह नई तकनीक अंगों के मिलान की बाधा को काफी हद तक कम कर सकती है. वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर यूनिवर्सल किडनी तकनीक सफल रही तो यह पेशेंट केयर में वर्षों की वैज्ञानिक मेहनत का प्रत्यक्ष परिणाम होगी. शोधकर्ता अब यह पता लगाने पर काम कर रहे हैं कि एंजाइम्स से हटा हुआ एंटीजन कुछ समय बाद फिर से क्यों लौट आता है और इसे लंबे समय तक कैसे रोका जा सकता है.

Lakshmi Narayan

Excelled with colors in media industry, enriched more than 19 years of professional experience. Lakshmi Narayan is currently leading the Lifestyle, Health, and Religion section at . His role blends in-dep…और पढ़ें

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October 16, 2025, 17:52 IST

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किडनी ट्रांसप्लांट में वैज्ञानिकों ने किया करिश्मा, वेटिंग लिस्ट का झंझट नहीं

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