Diwali: How to treat firecracker burns at home

Last Updated:October 17, 2025, 19:55 IST
Firecracker Burns Remedies: रोशनी का पर्व दिवाली जहां खुशियों और उत्साह से भरा होता है, वहीं ज़रा-सी लापरवाही से यह पर्व दर्दनाक हादसे में भी बदल सकता है. आतिशबाजी के दौरान सबसे ज़्यादा चोटें हाथों, आंखों और चेहरे पर लगती हैं. स्वास्थ्य एक्सपर्ट बताते हैं कि पटाखों में मौजूद अमोनियम और पोटेशियम जैसे केमिकल्स न सिर्फ़ त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि लंबे समय में थायरॉइड और फेफड़ों पर भी बुरा असर डाल सकते हैं. इसलिए सावधानी ही सबसे बड़ा उपचार है, लेकिन अगर दुर्घटना हो जाए तो घबराने की बजाय तुरंत प्राथमिक उपचार करना चाहिए.
दीपावली खुशियों और रौशनी का त्योहार है, लेकिन इस मौके पर दीपक जलाने या पटाखे फोड़ते समय अक्सर कई लोग लापरवाही के कारण झुलस जाते हैं. जलने की ये घटनाएँ त्योहार की खुशी को दर्द में बदल देती हैं. ऐसे में आप कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर छोटी जलन या चोट को बढ़ने से रोक सकते हैं.
चर्म रोग एक्सपर्ट डॉ. आदर्श ने बताया कि पटाखे हमेशा खुले और सुरक्षित स्थान पर ही जलाने चाहिए. अगर कोई पटाखा एक बार में नहीं जलता, तो उसे दोबारा जलाने की गलती कभी न करें. उन्होंने सलाह दी कि पटाखे जलाते समय आँखों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी ग्लास ज़रूर पहनें और बच्चों को हमेशा निगरानी में रखकर ही पटाखे चलाने दें.
उन्होंने बताया कि 125 डेसिबल से अधिक आवाज वाले पटाखे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं. इन पटाखों में अमोनियम और पोटेशियम जैसे रासायनिक तत्व होते हैं, जो थायरॉइड ग्रंथि को नुकसान पहुँचा सकते हैं. वहीं बोरियम नाइट्रेट जैसे केमिकल से साँस लेने में तकलीफ और फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.
अगर दीपक या पटाखे से हाथ या शरीर का कोई हिस्सा जल जाए, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है. घर में मौजूद कुछ आसान उपायों से छोटे-मोटे घावों को राहत मिल सकती है.
अगर आप दिवाली पर पटाखे या दिए जलाते वक्त झुलस जाएँ, तो सबसे पहले जले हुए हिस्से को तुरंत ठंडे पानी में 10-15 मिनट तक डुबोएं. इससे जलन कम होती है और छाले बनने से बचाव होता है. इसके बाद आप जली हुई जगह पर हल्दी भी लगा सकते हैं. हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं. हल्दी को पानी में मिलाकर उसका लेप लगाने से घाव जल्दी भरता है और संक्रमण का खतरा कम होता है.
इसके अलावा आप ऐसी स्थिति में प्राथमिक उपचार के रूप में जली हुई जगह पर तुलसी के पत्ते भी असरदार माने जाते हैं. तुलसी का रस जलन को शांत करता है और निशान पड़ने से रोकता है.
डॉ. जिंदल ने लोगों से अपील की है कि दिवाली की रौनक को सुरक्षित रखें. उन्होंने सलाह दी है कि पटाखे सोच-समझकर चलाएं, बच्चों को सतर्क रखें और प्राथमिक उपचार (First Aid) की जानकारी अपने पास ज़रूर रखें. यह थोड़ी सी सावधानी आपकी दिवाली को दर्द नहीं, बल्कि खुशियों से भर देगी.
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October 17, 2025, 14:21 IST
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दिवाली के पटाखों से हाथ जल जाने पर क्या करें? ये घरेलू नुस्खे से मिलेगा आराम