बीसलपुर बांध ने बनाया नया रिकॉर्ड, 24 जुलाई से लगातार 89 दिन खुले रहे गेट, दीवाली के बाद बंद किए

रिपोर्ट: दौलत पारिक
टोंक: राजस्थान के टोंक जिले में स्थित बीसलपुर बांध, जिसे जयपुर, अजमेर और टोंक की जल जीवन रेखा कहा जाता है, इस मानसून सीजन में कई नए रिकॉर्ड बनाने के बाद अब पूरी तरह से स्थिर हो गया है. आज सुबह 9 बजे बांध के सभी गेट बंद कर दिए गए, जिससे जल निकासी की प्रक्रिया का समापन हो गया.
इस साल 24 जुलाई 2025 से बीसलपुर बांध के गेट लगातार 89 दिनों तक खुले रहे, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है. इससे पहले कभी इतने लंबे समय तक गेट खुले नहीं रखे गए थे. इस दौरान कुल 129.56 टीएमसी पानी की निकासी की गई.विशेष बात यह रही कि पहली बार जुलाई महीने में बांध के गेट खोले गए, जबकि आमतौर पर यह प्रक्रिया अगस्त-सितंबर में होती है.
जलस्तर और जल उपयोग का पूरा ब्योरा
वर्तमान में बीसलपुर बांध का जलस्तर 315.50 आर.एल. मीटर पर स्थिर है. बांध की कुल भराव क्षमता 38 टीएमसी है.
जल उपयोग का विभाजन कुछ इस प्रकार किया गया है:
8 टीएमसी पानी सिंचाई कार्यों के लिए निर्धारित किया गया है, जिससे आसपास के किसानों को राहत मिलेगी.
16 टीएमसी पानी पीने के उपयोग के लिए जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों को सप्लाई किया जाएगा.
वहीं 8 टीएमसी पानी वाष्पीकरण में खर्च होने की संभावना है.
बांध के इस स्तर से आने वाले दो साल तक जलापूर्ति सुचारू रूप से हो सकेगी.
किसानों को मिलेगी सिंचाई में राहत
लंबे समय से सिंचाई के पानी का इंतजार कर रहे हैं. किसानों के लिए यह मानसून किसी वरदान से कम नहीं रहा. बांध में पर्याप्त भंडारण होने के कारण इस बार फसलों के लिए पानी की कोई कमी नहीं रहेगी. कृषि विभाग के अनुसार, इससे हज़ारों हेक्टेयर भूमि की सिंचाई संभव होगी और कृषि उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है.
इस मानसून सीजन ने बनाया इतिहास
बीसलपुर बांध ने इस मानसून में कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाए —
पहली बार जुलाई में खुले गेट,
लगातार 89 दिनों तक जारी रही जल निकासी,
और 129.56 टीएमसी पानी का डिस्चार्ज.
इस उपलब्धि ने बीसलपुर को राजस्थान के सबसे महत्वपूर्ण जलाशयों में शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया है.
जयपुर, अजमेर और टोंक की जीवन रेखा
बीसलपुर बांध न केवल सिंचाई के लिए बल्कि राजधानी जयपुर सहित तीन जिलों की पेयजल सप्लाई का मुख्य स्रोत है. बांध भरने के बाद इन जिलों में जल संकट से राहत मिलेगी और आने वाले दो वर्षों तक लगातार पानी की आपूर्ति संभव रहेगी.
किसान और आम जनता दोनों को मिलेगा लाभबीसलपुर बांध का यह सीजन राजस्थान के जल प्रबंधन के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा.जहां एक ओर जलस्तर स्थिर हुआ है, वहीं दूसरी ओर किसानों और आम जनता दोनों को इसका सीधा लाभ मिलेगा.89 दिनों तक खुले गेट और रिकॉर्ड जल निकासी के बाद अब बीसलपुर फिर से राजस्थान की जलधारा बनकर बहने को तैयार है.



