बगैर डॉक्टर के सलाह के मत लो दवा, ओवरडोज से मौतों का आंकड़ा डराने वाला, एनसीआरबी की रिपोर्ट से खुलासा

Last Updated:November 04, 2025, 09:30 IST
एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार 2019-2023 में भारत में ड्रग ओवरडोज से 3290 मौतें हुईं. पंजाब, तमिलनाडु, राजस्थान, मध्यप्रदेश में मामले ज्यादा हैं. जागरूकता और नियंत्रण जरूरी है. इस आंकड़े में केवल वहीं मौतें शामिल की गयी हैं, जिनकी पुष्टि हो चुकी है. अगर उन्हें भी शामिल कर लिया जाए तो आंकड़ा और भी अधिक हो सकता है.
ओवरडोज की वजह से सबसे ज्यादा मौतें पंजाब में हुईं.
नई दिल्ली. बगैर डॉक्टर के सलाह के दवा न लें. कई बार ये मौत का कारण बन सकता है. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के इससे संबंधित आंकड़े डराने वाले हैं. रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2023 में औसतन हर हफ्ते कम से कम 12 लोग ड्रग ओवरडोज के कारण दम तोड़ देते हैं, जो लगभग दो मौतें रोजाना होती हैं. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार 2019 से 2023 के बीच कुल 3,290 मौतें दवाओं के ओवरडोज से हुई है. इस आंकड़े में केवल वहीं मौतें शामिल की गयी हैं, जिनकी पुष्टि हो चुकी है.
दवाओं के ओवरडोज से मौतों का आंकड़ा इससे ज्यादा हो सकता है, क्योंकि तमाम ऐसे मामले भी होते हैं, जिसकी पुष्टि नहीं होती है लेकिन संभावना पूरी होती है और इनकी रिपोर्ट भी कहीं दर्ज नहीं होती है. हालांकि यह साफ नहीं है कि ये ओवरडोज नशे की दवाओं का था या प्रिस्क्रिप्शन दवाओं का. स्लीपिंग पिल्स या पेनकिलर्स का सेवन भी वजह हो सकती है.
पंजाब सबसे अव्वल
आंकड़ों के अनुसार साल 2019 में 704 मौतें हुईं, जो 2020 में कोविड लॉकडाउन के कारण 514 पर गिर गईं. इसके बाद 2021 में मौतों की संख्या बढ़कर 737 तक पहुंच गई, फिर 2022 और 2023 में क्रमशः 681 और 654 पर आ गई. तमिलनाडु ने शुरुआती वर्षों में सबसे अधिक मौतें दर्ज कीं, जबकि पंजाब ने 2023 में ओवरडोज मौतों में सबसे आगे रखा. राजस्थान और मध्यप्रदेश भी लगातार ओवरडोज मौतों के मामले में आगे हैं.
राजस्थान और मध्य प्रदेश में संख्या बढ़ी
तमिलनाडु में मौतें 2019 में 108 थीं, जो 2021 में बढ़कर 250 हुईं और फिर घटकर 2023 में 65 पर आ गईं. पंजाब ने 2022 में 144 मौतों के बाद 2023 में 89 मौतें दर्ज कीं. राजस्थान में मौतें सालाना लगभग 60 से 117 के बीच रही और 2023 में 84 मौतें हुईं. मध्यप्रदेश ने 2021 में 34 मौतों के साथ सूची में जगह बनाई, जो 2023 में बढ़कर 85 हो गईं.
ओवरडोज पर नियंत्रण करने की जरूरत
रिपोर्ट इस गंभीर समस्या की ओर संकेत करती है कि हमारे देश में ड्रग ओवरडोज को रोकने के लिए और बेहतर जागरूकता, इलाज और नियंत्रण की जरूरत है. कई लोग गलत तरीके से दवाओं का या अधिक मात्रा में प्रिस्क्रिप्शन दवाओं का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उनकी जान को खतरा है.
Sharad Pandeyविशेष संवाददाता
करीब 20 साल का पत्रकारिता का अनुभव है. नेटवर्क 18 से जुड़ने से पहले कई अखबारों के नेशनल ब्यूरो में काम कर चुके हैं. रेलवे, एविएशन, रोड ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर जैसी महत्वपूर्ण बीट्स पर रिपोर्टिंग की. कैंब्रिज…और पढ़ें
करीब 20 साल का पत्रकारिता का अनुभव है. नेटवर्क 18 से जुड़ने से पहले कई अखबारों के नेशनल ब्यूरो में काम कर चुके हैं. रेलवे, एविएशन, रोड ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर जैसी महत्वपूर्ण बीट्स पर रिपोर्टिंग की. कैंब्रिज… और पढ़ें
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New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
November 04, 2025, 09:28 IST
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बगैर डॉक्टर के सलाह के मत लो दवा, ओवरडोज से मौतों का आंकड़ा डराने वाला


