झीलों की नगरी में शादी और संस्कृति की धूम…टेक-वेडिंग्स, ड्रोन शो और लोककला का होगा अनोखा संगम

Last Updated:November 06, 2025, 18:03 IST
झीलों की नगरी उदयपुर में विवाह और सांस्कृतिक आयोजनों का सीजन पूरी रफ्तार पकड़ चुका है. देवउठनी एकादशी के बाद शहर में शादियों और फेस्टिवल्स की रौनक देखने को मिल रही है. पिछोला और फतेहसागर झील किनारे लग्जरी होटलों में हाई-प्रोफाइल शादियां बुक हैं, वहीं बाजारों में खरीदारी का उत्साह चरम पर है.
झीलों की नगरी उदयपुर एक बार फिर रंग, रोशनी और रौनक से चमकने को तैयार है. दीपावली के दौरान सैलानियों की भीड़ के बाद, अब नवंबर और दिसंबर में शादियों और सांस्कृतिक आयोजनों का मौसम शुरू हो चुका है. इस बार का सीजन खास होने वाला है, क्योंकि इसमें पारंपरिक आयोजनों के साथ टेक-वेडिंग्स और हाई-टेक सजावट का नया ट्रेंड देखने को मिलेगा.

डेस्टिनेशन वेडिंग्स अब सिर्फ राजसी महलों और झील किनारे समारोहों तक सीमित नहीं रही. इस बार शहर में ड्रोन शो, उड़ी प्रोजेक्शन मैपिंग और ‘साइलेंट फायरवर्क्स’ जैसी आधुनिक थीम्स का चलन जोरों पर है. वर-वधू की एंट्री पर 100 से 500 ड्रोन से आसमान में हार्ट और थीमेटिक डिज़ाइन बनाए जा रहे हैं, जिससे शादी समारोहों को एक नया डिजिटल लुक मिल रहा है.

पर्यटन विभाग के अनुसार, नवंबर-दिसंबर के दौरान करीब तीन लाख देशी और विदेशी पर्यटक उदयपुर पहुंचेंगे. इससे शहर की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ होगा. होटल, ट्रैवल, ज्वेलरी, डेकोरेशन और फैशन कारोबार में 100% तक की वृद्धि का अनुमान है, इस सीजन में करीब 300 करोड़ रुपए के कारोबार की उम्मीद जताई जा रही है.

देवउठनी एकादशी के बाद विवाह सीजन ने पूरी रफ्तार पकड़ ली है, नवंबर में कुल 14 शुभ मुहूर्त हैं, जिनमें 18, 22 से 25, 29 और 30 नवंबर को सबसे ज्यादा शादियां होंगी. पिछोला और फतेहसागर झील किनारे स्थित लग्जरी होटलों में हाई-प्रोफाइल शादियां बुक हैं. शहर के पुराने बाजार—बापू बाजार, हाथीपोल, बड़गांव रोड और सुरजपोल—में खरीदारी की रौनक अपने चरम पर है.

सिर्फ शादियां ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक आयोजनों की श्रृंखला भी शहर को नई ऊर्जा देगी. 1 से 3 दिसंबर तक कुंभलगढ़ फेस्टिवल का आयोजन होगा, जिसमें लोकनृत्य, कठपुतली शो और मेहंदी प्रतियोगिताएं शामिल रहेंगी. रात को होने वाला लाइट और साउंड शो किले की ऐतिहासिक भव्यता को एक नई पहचान देगा.

19 नवंबर को राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से ‘घूमर महोत्सव’ आयोजित किया जाएगा. इसमें उदयपुर की महिलाएं पारंपरिक पोशाकों में घूमर नृत्य की छटा बिखेरेंगी. इसके अलावा, 21 से 30 दिसंबर तक हवाला स्थित शिल्पग्राम में देशभर के करीब 800 कलाकार और 65 लोककला दल प्रस्तुतियां देंगे, राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े इस उत्सव का उद्घाटन करेंगे.

शहर के कलाकारों, कारोबारियों और वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े लोगों में इस सीजन को लेकर जबरदस्त उत्साह है. उदयपुर इन आयोजनों के माध्यम से न केवल झीलों की नगरी बल्कि देश की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में भी अपनी पहचान मजबूत कर रहा है. टेक-वेडिंग्स और लोककला का यह मेल अब लेकसिटी की नई पहचान बनता जा रहा है.
First Published :
November 06, 2025, 18:03 IST
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उदयपुर में टेक-वेडिंग्स और सांस्कृतिक आयोजनों से पर्यटन बढ़ा



