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How To Detox Lungs: कैसे रहें दिल्ली की जहरीली हवा में सेहतमंद,आयुर्वेद एक्सपर्ट की टिप्स

भारत की राजधानी दिल वालों की दिल्ली की हवा इतनी जहरीली है कि आप कई जानलेवा बीमारियों के शिकार हो सकते हैं. इस शहर की हवा एक दिन में 11.6 सिगरेट पीने के बराबर है. पिछले दिनों दिल्ली का AQI 1000 पहुंच गया था. वहीं आज यह स्तर 365 है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ये सिचुएशन किसी हेल्थ इमरजेंसी से कम नहीं है. ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट ने लोगों को साफ-साफ शब्दों में इस शहर को छोड़ने की हिदायत दी है. हालांकि शहर छोड़ना ज्यादातर लोगों के लिए मुमकिन नहीं है. ऐसे में इस समाधान का विकल्प केवल ऐसे उपाय हैं, जो आपके शरीर को अंदर से डिटॉक्स करने के साथ जहरीली हवाओं के साइड इफेक्ट्स का सामना करने के लिए मजबूत बनाती है.

आयुर्वेद एक्सपर्ट दीक्षा भावसार ने अपने हालिया इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया दिल्ली की हवा को बच्चों से लेकर बड़ों तक सबसे के लिए हानिकारक बताया है. खासतौर पर ऐसे लोग जो पहले से ही श्वास संबंधित परेशानियों से जूझ रहे हैं, उन्हें ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. एक्सपर्ट ने ये भी माना है कि वायु प्रदूषण को कंट्रोल कर पाना मुश्किल है, लेकिन हम अपने स्वास्थ्य को दुरुस्त कर सकते हैं.आयुर्वेद में ऐसे कई आसान उपाय बताए गए हैं, जो फेफड़ों को अंदर से मजबूती प्रदान करने का काम करते हैं.

क्यों जहरीली है दिल्ली की हवा?दिल्ली की हवा सिर्फ प्रदूषित नहीं बल्कि जहरीली है. इसका कारण पार्टिकुलेट मैटर का हाई लेवल है. ये एक पैमाना है, जिसे हवा में तैरते धूल, कालिख, धुआं के ठोस और तरल मिश्रण को परिभाषित किया जाता है. इसे आकार के आधार पर वर्गीकृत भी किया जाता है. इसमें 10 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले कणों को PM10 और 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले कणों को PM2.5 कहा जाता है. ये कण सांस के जरिए आसानी से आपके फेफड़ों में गहराई तक जा सकते हैं, इसलिए इसे सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है.

कैसे रहें दिल्ली के जहरीली हवा में सेहतमंद- एक्सपर्ट टिप्स

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सुबह की शुरुआत में डिटॉक्स ड्रिंक आयुर्वेद एक्सपर्ट दीक्षा भावसार दिन की शुरुआत गर्म पानी के साथ हल्दी और काली मिर्च के साथ करने की सलाह देती हैं.आयुर्वेद में हल्दी और काली मिर्च को इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है. इस सिंपल रेमेडीज से आप आसानी से गले में होने वाली चुभन और खराश से बच सकते हैं. साथ ही ये ड्रिंक बॉडी से प्रदूषण को भी साफ करने का काम करता है.

दिन में एक बार नास्यादिन में एक बार यदि आप नाक के दोनों छेदों में 2-3 बूंद तिल के तेल को हल्का गर्म करके डालें तो इससे आपको ड्राइनेस और खुजली से राहत मिल सकती है. साथ ही इससे नाक के अंदर के प्रोटेक्टिव लेयर बनता है, जो दूषित कणों को फेफड़ों में पहुंचने से रोकती है.

फेफड़ों को डिटॉक्स करने के लिए हर्बल टीदिन में 1-2 बार तुलसी, मुलेठी और अदरक से बनी चाय पिएं.एक्सपर्ट बताती हैं कि ये हर्बल ड्रिंक फेफड़ों और गले में जहरीली हवा से होने वाली सूजन को कम करने का काम करती है. साथ ही इससे सांस की नली साफ रहती है और इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है.

हर दिन एक लहसुन की कलीसुबह खाली पेट लहसुन की एक कली को कुचकर खाने से इंफेक्शन नहीं होता है, जो कि वायु प्रदूषण का एक बड़ा साइड इफेक्ट है. ऐसा लहसुन में मौजूद एंटीमाइक्रोबॉयल के कारण होता है. इसके अलावा लहसुन दिल और फेफड़ों को मजबूत बनाने का भी काम करता है.

सोने से पहले अजवाइन के पानी का भापरोज रात में सोने से पहले 5-7 मिनट अजवाइन के पानी का भाप लें. इससे नाक बंद में तुरंत राहत मिलता है. इसके अलावा चेस्ट और साइनस कंजक्शन में भी मदद मिलती है, जिससे आप रात में आराम से अपनी नींद पूरी कर सकते हैं.

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