जिसने लोगों की जान बचाई, आज वही मांग रहा जिंदगी की भीख! युवक गिरा पैरों में, बोला- मैं सुसाइड कर लूंगा, जानें क्यों

Last Updated:November 16, 2025, 13:04 IST
Pali News: पाली में एक दर्दनाक वाकया सामने आया, जहां नगर निगम के ठेकेदार राकेश गहलोत बकाया भुगतान न मिलने से इतनी परेशानी में थे कि प्रभारी मंत्री झाबरसिंह खर्रा के पैरों में गिरकर रोने लगे. उन्होंने बताया कि पिछले दो साल से 80 लाख रुपये का भुगतान लंबित है, जबकि वे अतिवृष्टि के दौरान शहर में 18 मड पंप लगाकर पानी निकासी का काम कर चुके हैं. लगातार ऑफिस के चक्कर लगाने और कर्जदारों के दबाव से परेशान होकर उन्होंने कहा कि उनकी हालत आत्महत्या जैसी हो गई है. मंत्री ने उन्हें समाधान का आश्वासन दिया है.
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पाली. कहते हैं दर्द जब हद से ज्यादा बढ जाए तो सामने केवल मौत ही दिखाई देती है. कुछ ऐसा ही अजीबों गरीब वाक्या पाली से सामने आया, जब एक ठेकेदार प्रभारी मंत्री के पैरों गिर पड़ा और अपनी पीड़ा बयां करने लगा. उसने मंत्री को बताया कि मैं परेशान हूं साहब, पिछले दो साल से आपके और कलक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहा हूं. मेरा पेमेंट नहीं हो रहा है, मेरे पास सुसाइड करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है. इस तरह शब्द बोलकर जिला परिषद के बाहर आंखों में आंसू लिए नगर निगम के एक संवेदक के पुत्र राकेश गहलोत ने प्रभारी मंत्री झाबरसिंह खर्रा के पैरों में गिर गया.
उसने कहा कि मेरे से पेट्रोल पम्प वालों सहित अन्य लोग तकादा कर रहे हैं. नगर निगम व प्रशासन का काम किया, उसके पैसे नहीं दे रहे. मैं क्या करूं, आत्महत्या ही मार्ग बचा है. युवक के पीड़ा बताने पर जिला कलक्टर ने उससे कहा कि आपको यहां से जितनी राशि का भुगतान करना था, उससे दोगुना किया है, लेकिन युवक पूरी राशि देने को लेकर गिडगिड़ाता रहा. मेरे 80 लाख रुपए बकाया है. लेकिन 2 साल से निगम भुगतान नहीं कर रही. ऑफिस के चक्कर काटते-काटते परेशान हो गया हूं. भुगतान नहीं हुआ तो मांगने वालों को कैसे चुकाऊंगा, वे परेशान कर रहे हैं, मेरी सुसाइड की कंडीशन आ गई है.
जिन्होंने बचाया जीवन वही अब सुसाइड की राह पर
यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस व्यक्ति ने वर्ष 2024 और वर्ष 2025 में अतिवृष्टि के दौरान पाली के मोहल्लों में भरे बरसाती पानी को निकालकर लोगों को राहत पहुंचा, उनकी जिंदगी को खतरे से बाहर निकाला. वही व्यक्ति आज खुद की जिंदगी की भीख मांग रहा है. पाली शहर में वर्ष 2024 और वर्ष 2025 में हुई अतिवृष्टि के दौरान ठेकेदार राकेश गहलोत ने मोहल्लों में भरे बरसाती की निकासी के लिए टेंडर लिया था. लेकिन अधिकारियों के कहने पर तय टेंडर से अधिक का काम कर दिया. राकेश ने शहरभर में 18 मड पंप लगाए थे. इस दौरान प्रभारी मंत्री खर्रा ने ठेकेदार गहलोत को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या का जल्द समाधान करवाया जाएगा.
ठेकेदार बोला भुगतान नहीं हुआ तो मर जाउंगा
ठेकेदार राकेश गहलोत का दर्द समझे तो उन्होंने कहा कि पाली में 2024 में 14 इंच बारिश हुई. इनका साढ़े 9 लाख का टेंडर था. इसके पूरा होते ही मैंने बता दिया था कि टेंडर पूरा हो गया है, मैं कार्य करने में असमर्थ हूं. निगम अधिकारी और जिला कलेक्टर के आश्वासन पर मैंने फिर कार्य किया. लेकिन अभी तक मुझे पूरा पैसा नहीं मिला. इस बार भी मुझे यहीं आश्वासन दिया. इन्होंने यहीं कहा कि पिछला पेमेंट आ जाएगा, आप काम कर लो. मुझे ब्लैकलिस्ट करने की धमकी देते है. रोज ऑफिस जाता हूं. मेरे 80 लाख रुपए थे. मैं मजबूर आदमी हूं. भुगतान नहीं हुआ तो अब मुझे मरना ही पड़ेगा. 30 लाख रुपए तो इस बार के बाकी है और 47 लाख रुपए पिछला बाकी है.
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दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें
दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट… और पढ़ें
First Published :
November 16, 2025, 13:04 IST
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जिसने बचाईं जानें, आज खुद जिंदगी की भीख मांग रहा! जानें पूरा मामला



