Ground Report: कॉलेज में चार साल से लाइब्रेरी बंद, छात्र नेताओं ने कहा- 15 दिन में नहीं खुली तो करेंगे आंदोलन

Last Updated:November 18, 2025, 09:17 IST
Karauli Ground Report: करौली के गवर्नमेंट पीजी कॉलेज की लाइब्रेरी वर्षों से बंद है, जिससे हजारों किताबें धूल खा रही हैं और छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. लाइब्रेरियन का पद रिक्त रहने के कारण लाइब्रेरी पर लगातार ताला लटका हुआ है. छात्र नेताओं ने कई बार धरना–प्रदर्शन किया, लेकिन समाधान नहीं निकला. छात्रों का कहना है कि महत्वपूर्ण कोर्स बुक्स नहीं मिलने से तैयारी प्रभावित हो रही है. कॉलेज प्रशासन ने अस्थायी चार्ज प्रोफेसर को सौंपा है और लाइब्रेरी जल्द खोलने का आश्वासन दिया है.
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करौली. जिले के सबसे बड़े राजकीय महाविद्यालय में स्थित लाइब्रेरी लंबे समय से बंद पड़ी हुई है. इसके कारण छात्रों को पढ़ाई में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. किताबें उपलब्ध न होने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है और वे मजबूरी में केवल वन बुक सीरीज के भरोसे ही तैयारी कर रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में लाइब्रेरियन का पद रिक्त होने के चलते लाइब्रेरी पर सालों से ताला लटका हुआ है, जिसके अंदर रखी हजारों किताबों पर धूल जमती जा रही है.
छात्र नेताओं और कॉलेज के विद्यार्थियों ने लाइब्रेरी खुलवाने की मांग को लेकर कई बार धरना-प्रदर्शन भी किए, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है. छात्रों का कहना है कि लाइब्रेरी बंद होने से उन्हें अपनी स्ट्रीम से जुड़ी किताबें नहीं मिल पा रही है. कई महत्वपूर्ण पुस्तकें तो बाजार में भी उपलब्ध नहीं हैं, जिससे पढ़ाई पर सीधा असर पड़ रहा है. छात्रों और छात्र नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर स्थाई लाइब्रेरियन की नियुक्ति कर लाइब्रेरी को शुरू नहीं किया गया, तो उन्हें एक बार फिर आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा.
चार साल से लाइब्रेरी चालू कराने की कर रहे मांग
छात्र नेता धर्म मीणा ने बताया कि पिछले चार सालों से वे लाइब्रेरी को पुनः चालू करवाने की मांग कर रहे हैं. इस मुद्दे को लेकर वे कॉलेज प्रशासन के सामने लगभग 10 बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है. कॉलेज की छात्रा ममता सैनी का कहना है कि उनके एडमिशन के समय से ही लाइब्रेरी बंद है. न तो किताबों की सुविधा मिल पा रही है और न ही कॉलेज में सेल्फ स्टडी के लिए उचित स्थान उपलब्ध है. कई छात्रों का कहना है कि लाइब्रेरी बंद होने और क्लासेस ठीक से न लगने के कारण वे मजबूरी में कॉलेज परिसर या मैदान में बैठकर पढ़ाई करते हैं.
कॉलेज के प्रोफेसर को मिला है लाइब्रेरी का अस्थायी चार्ज
दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें
दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट… और पढ़ें
Location :
Karauli,Rajasthan
First Published :
November 18, 2025, 09:17 IST
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पीजी कॉलेज में धूल खा रही किताबें, छात्र बोले- चार साल से नहीं हो रही सुनवाई



