दिनभर में कितना खपते हैं बीएलओ? घर-घर देनी पड़ती है दस्तक, कहीं हां तो कहीं ना का मिलता है जवाब

जोधपुर. राजस्थान में मतदाता सूची को अद्यतन करने के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) चल रहा है. इस प्रक्रिया में जोधपुर के BLO सुबह से ही अपने क्षेत्रों में सक्रिय हो जाते हैं. उनका काम सिर्फ वोटर लिस्ट अपडेट करना भर नहीं है, बल्कि घर-घर जाकर हर मतदाता की जानकारी की अंतिम पुष्टि करना भी शामिल है. कागज़ों में यह पूरा काम जितना सरल और व्यवस्थित दिखता है, ज़मीनी हकीकत उससे बिल्कुल अलग है.
आदेशों और रिपोर्टों में लिखा होता है कि BLO बस घर-घर जाएं, फॉर्म भरवाएं और डेटा ऑनलाइन अपलोड कर दें, लेकिन असल में यह प्रक्रिया बेहद चुनौतीपूर्ण, समय लेने वाली और निरंतर दबाव से भरी होती है. इसी वास्तविकता को समझने के लिए लोकल 18 की टीम ने जोधपुर शहर विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर पूरे दिन एक BLO के साथ समय बिताया और अभियान की असल तस्वीर को करीब से देखा.
लगातार 12 घंटे काम कर रहे हैं बीएलओ
जोधपुर के सरकारी स्कूल में अध्यापन कार्य संभालने वाली बीएलओ पूजा राठौड़ सुबह 8 बजे घर से निकलती हैं और रात 8 बजे लौटती हैं. घर में सासूजी नहीं हैं, ऐसे में ससुर की देखरेख, परिवार की जिम्मेदारी और सरकारी जिम्मेदारियां ये सभी उनके कंधों पर है. इसके बावजूद वह हर रोज बिना थके मतदाताओं के घर-घर जाकर फॉर्म भरवा रही हैं. सुबह स्कूल का काम निपटाना और फिर फील्ड में निकल जाना बीएलओ पूजा के लिए एक दिन में कई भूमिकाए निभाना मजबूरी नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का हिस्सा है. पूजा राठौड़ बताती हैं कि दिनभर घर-घर घूमने के दौरान कई बार ऐसे मतदाता भी मिलते हैं, जिन्हें जानकारी ही नहीं होती कि फॉर्म क्यों भरना है. कुछ लोग समय नहीं निकाल पाते, तो कई लोग बार-बार वापस आने को कहते हैं.
11 बजे रात तक करनी पड़ती है डेटा एंट्री
पूजा और संजय रोज लगभग 5 से 7 किलोमीटर पैदल चलते हैं. सर्दी, धूल और भीड़ के बावजूद दोनों शाम तक सभी फॉर्म पूरे कराने का प्रयास करते हैं. सबसे बड़ी परेशानी तब आती है जब ऑनलाइन पोर्टल धीमा पड़ जाता है. कई बार रात 10-11 बजे तक डेटा एंट्री पूरी करनी पड़ती है ताकि अगले दिन का लक्ष्य प्रभावित न हो. मतदाता सूची के फॉर्म भरवाने, एड्रेस वेरिफिकेशन और ऑनलाइन अपडेट जैसे कामों को समय पर पूरा करने में हेल्पर संजय उनकी बड़ी मदद कर रहे हैं. मोहल्ले के घरों के पते ढूंढने से लेकर लोगों को दस्तावेज समझाने तक संजय हर कदम पर पूजा के साथ खड़े रहते हैं. 26 नवंबर बुधवार को जोधपुर शहर की सर्दारपुरा भाग्य संख्या 112 में कुल 1267 मतदाताओं में से 1040 ऑनलाइन फॉर्म अपडेट किए जा चुके हैं. यह आंकड़ा बताता है कि पूजा और संजय की मेहनत कितनी व्यापक है और कितनी तेजी से काम आगे बढ़ रहा है.
फील्ड वर्क के बाद भी काम नहीं होता समाप्त
फील्ड का काम खत्म होने के बाद भी दिन समाप्त नहीं होता. रात के समय दोनों बैठकर डेटा फीडिंग करते हैं ताकि किसी भी मतदाता का नाम छूट न जाए और न ही किसी के अधिकार पर असर पड़े. इन सबके बीच कई बार उन्हें मतदाताओं के घर कई-कई चक्कर लगाने पड़ते हैं, लोगों की अनुपस्थिति में इंतजार करना पड़ता है और कई बार दस्तावेजों की कमी से काम अटक जाता है. लेकिन इसके बावजूद उनकी प्रतिबद्धता जरा भी कम नहीं होती. इस पूरे अभियान में सुपरवाइजर बीएलओ संतोष शर्मा की भूमिका भी महत्वपूर्ण है.
वह समय-समय पर बीएलओ को आवश्यक जानकारी देते हैं, किसी भी प्रकार की समस्या पर तुरंत मार्गदर्शन करते हैं, और उच्च अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों की पूरी तरह से पालना करवाते हैं. उनकी निगरानी से पूरा अभियान सुचारू रूप से चलता है और फील्ड में काम कर रही टीम को समय पर सहयोग मिलता रहता है.



