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जयपुर में तेंदुए की लगातार बढ़ रही है चहल-कदमी, रेस्क्यू में वन विभाग के छूट रहे पसीने, डर के साये में आम शहरी

जयपुर. राजधानी जयपुर में तेंदुए की लगातार बढ़ती चहल-कदमी ने शहरवासियों की नींद उड़ा दी है. पिछले तीन दिनों से एक तेंदुआ अलग-अलग इलाकों में घूमता रहा, जिससे रिहायशी क्षेत्रों में दहशत का माहौल बना रहा. मंगलवार देर रात शुरू हुई यह खौफनाक यात्रा गुरुवार रात चांदपोल में जाकर खत्म हुई, जहां वन विभाग ने करीब तीन घंटे की देरी के बाद तेंदुए को ट्रैंकुलाइज कर पकड़ा. इस देरी ने लोगों के गुस्से को और बढ़ा दिया.

घटनाक्रम की शुरुआत 26 नवंबर की रात करीब 2 बजे हुई, जब तेंदुआ सबसे पहले विद्याधर नगर के सेक्टर-10 में दिखा. यहां उसने एक बछड़े का शिकार किया और लाश मंदिर के बगीचे में मिली. स्थानीय लोगों ने रात में कुत्तों के भौंकने की आवाज तो सुनी, लेकिन अंधेरे में खतरे का अंदाजा नहीं लगा. सूचना मिलने पर विभाग ने तलाश शुरू की, लेकिन तेंदुआ हाथ नहीं आया.

90 मिनट लेट पहुंची रेस्क्यू टीम

बुधवार सुबह तेंदुआ पानीपेच के नेहरू नगर में दिखाई दिया, लेकिन छतों की खोजबीन के बावजूद टीम खाली हाथ लौट गई. शाम को वह शास्त्री नगर की सीकर हाउस कॉलोनी में सीसीटीवी में कैद हुआ. कभी सड़क पर, कभी छत पर घूमता हुआ. वन विभाग ने सी-ब्लॉक के एक प्लॉट के आसपास पांच घंटे तलाशी ली, लेकिन तेंदुआ फिर से गायब. गुरुवार सुबह वह संजय सर्कल के पास होटल बिसाऊ पैलेस में घुसा, फिर सरोज सिनेमा के पास ओझल हो गया. रात 8 बजे चांदपोल की कुरैशी कॉलोनी में एक दुकान के फ्रिज के पीछे छिपे तेंदुए को दुकानदार मोहम्मद साबिर ने देखा और तुरंत शटर बंद कर दिया. लेकिन वन विभाग की टीम यहां भी 90 मिनट देर से पहुंची. इतने में सैकड़ों लोग जमा हो गए, जिससे स्थिति और खतरनाक हो गई.

रात 12:20 बजे काबू आया तेंदुआ

डीएफओ केतन कुमार और वाइल्डलाइफ डीएफओ विजयपाल सिंह मौके पर समय पर नहीं पहुंच पाए. रेस्क्यू टीम रात 11:30 बजे पहुंची, फिर ढाई घंटे चले ऑपरेशन में तेंदुआ 40 फीट दीवार फांदता हुआ भी दिखा, लेकिन अंततः 12:20 बजे डार्ट लगने के बाद बेहोश किया जा सका. उसके बाद उसे नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क ले जाने की तैयारी की गई.स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यदि टीम समय पर आती, तो इतना खतरा नहीं होता. वन अधिकारी अजित मीणा के अनुसार तेंदुआ नाहरगढ़ जंगल से भटककर आया था और लगातार मूवमेंट के कारण ट्रैकिंग मुश्किल हो रही थी.

शहर में तेंदुओं की दस्तक नई नहीं

20 नवंबर को सिविल लाइंस में तेंदुए के घुसने से हड़कंप मच गया था, जहां वह मंत्री सुरेश सिंह रावत के बंगले और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के घर के पास देखा गया. टाइनी ब्लॉसम स्कूल में घुसने पर बच्चों को क्लासरूम में बंद करना पड़ा. पिछले दो महीनों में मालवीय नगर, गोपालपुरा, जगतपुरा, जयसिंहपुरा, यूनिवर्सिटी कैंपस और स्मृति वन में भी कई बार तेंदुए दिख चुके हैं.वन विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए रात में अकेले न निकलने और पालतू जानवरों को सुरक्षित रखने की सलाह दी है.

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