गोविंददेवजी के दरबार में रामनाम की गूंज, जानें आखिर क्या है माजरा

जयपुर। राजधानी जयपुर में शहर के आराध्य गोविंद देव जी के दरबार में राधे-राधे के उद्घोष के बीच इन दिनों में श्रीराम जय राम, जय राम की गूंज भी सुनाई दे रही है। मंदिर के सत्संग भवन में इन दिनों चल रही राम नाम महामंत्र परिक्रमा के दौरान ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। 82 अरब राम नाम लिखी पुस्तिकाओं को मंदिर परिसर में रखा गया है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालु रामनाम लिखी पुस्तिकाओं की 11 से 108 परिक्रमा कर पुण्य कमा रहे हैं। 12 दिसंबर तक सुबह 7.30 से शाम 7.30 बजे तक परिक्रमा की जा सकेगी। भगवान राम के आदर्शों को जन—जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से इस अभियान की शुरुआत की गई।
31 हजार पुस्तकें की जाएगी वितरित
अजमेर के राम नाम धन संग्रह बैंक में 725 नाम राम कथांक और 345 मानसांक हैं। राम नाम बैंक के संस्थापक बालकृष्ण राजपुरोहित ने बताया कि परिक्रमा स्थल पर अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। इन काउंटर पर राममंत्र लिखित पुस्तकें जमा कराने और नए सदस्यों को चौरासी लाख राम नामाकंन करने का संकल्प कराने एवं राम नामाकंन पुस्तकें वितरित करने के लिए जयपुर के करीबन 25 भक्त सेवाएं दे रहे हैं। परिक्रमा के दौरान 2100 लोगों को संकल्प दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 31,000 पुस्तकें वितरित की जाएंगी। गोविंद देवजी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने कहा कि राम से बड़ा राम का नाम है।
हजारों खातधारक
7 अप्रेल 1987 को अजमेर में राम नाम बैंक की स्थापना की गई थी। आज देशभर में इस बैंक की अनेक शाखाएं हैं। इनमें अरबों राम नाम संग्रहित हैं। बैंक की ओर से राम नाम मंत्र लिखने के इच्छुक लोगों को निशुल्क पुस्तिकाएं दी जाती हैं। पुस्तिकाओं के भर जाने के बाद उनको बैंक में जमा कराना होता है।