‘कार में लगी आग,मैं अंदर था’, पवनदीप राजन ने पहली बार बताया रोड एक्सीडेंट का सच, दिया अपना हेल्थ अपडेट

मुंबई. ‘इंडियन आइडल 12’ के विनर पवनदीप राजन ने इस साल की शुरुआत में हुए गंभीर सड़क हादसे के बारे में विस्तार से बात की है, जिसे उन्होंने अपनी जिंदगी का नजरिया बदलने वाला पल बताया. इस हादसे के बाद पवनदीप ने कई महीनों तक रिकवरी की, जिसमें उन्हें कई जगह फ्रैक्चर हुआ. उन्होंने सलीम-सुलेमान के पॉडकास्ट पर पहली बार इस एक्सपीरिएंस को शेयर किया. वह एक्सीडेंट के बाद पहली बार किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर दिखाई दिए.
यह हादसा 5 मई 2025 की सुबह हुआ, जब पवनदीप उत्तराखंड से दिल्ली जा रहे थे, ताकि अहमदाबाद में होने वाले एक शो के लिए फ्लाइट पकड़ सकें. मुरादाबाद के पास उनकी कार एक खड़े ट्रक से टकरा गई, क्योंकि ड्राइवर कथित तौर पर सो गया था. इस हादसे में पवनदीप को दोनों पैरों में फ्रैक्चर, दाहिने हाथ में चोट और सिर में गंभीर चोट आई, जिसके बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल से दिल्ली एनसीआर के एक बड़े अस्पताल में शिफ्ट किया गया और कई सर्जरी करनी पड़ी.
पवनदीप ने हादसे के पल को याद करते हुए कहा, “मुझे एक शो मिला था. मुझे दिन में निकलना था, लेकिन फिर हमने सोचा कि शाम को निकलेंगे तो सुबह तक पहुंच जाएंगे. रात के करीब 3 बजे थे, मैं सो रहा था. जब मेरी आंख खुली, तब तक हादसा हो चुका था. ड्राइवर को नींद आ गई थी और एक ट्रक सड़क पर खड़ा था, जिसमें हमारी कार जा टकराई. मैं बस वहीं बैठा था, मेरा दरवाजा नहीं खुल रहा था और सिर्फ एक हाथ काम कर रहा था. मैं लोगों से कह रहा था कि मुझे कार से बाहर निकालो.”
पवनदीप ने बताया कि चोट लगने के बावजूद तुरंत कोई मदद नहीं मिली. उन्होंने कहा, “शुरुआत में कोई हमारी मदद नहीं कर रहा था, फिर पुलिस आई. कार में आग लग गई थी और मैं उसी वक्त अंदर था. उनमें से एक ने मुझे बाहर निकाला. मुझे नहीं पता मैं कितनी देर अंदर था, लेकिन जब होश आया तो मैं कार के बाहर था. फिर मुझे अस्पताल ले जाया गया. दोनों पैर और एक हाथ टूट गया था. मैंने घर फोन किया और परिवार को बुलाया. बस यही सोच रहा था कि जल्दी से इलाज हो जाए. अब सब ठीक हो गया है.”
पवनदीप राजन को समझ में आई छोटी-छोटी चीजों के मायने
कई महीनों की रिकवरी के बाद पवनदीप ने बताया कि इस लंबे इलाज के दौरान उन्हें उन छोटी-छोटी चीजों की अहमियत समझ आई, जिन्हें पहले वह सामान्य मानते थे. उन्होंने कहा,”एक महीने तक मैं बाईं से दाईं तरफ भी नहीं हिल सकता था, अब थोड़ा चल सकता हूं तो खुशी होती है. उस वक्त ने चलने की अहमियत सिखाई. जब कोई घटना हो जाए तो उसे जल्दी से भूल जाना चाहिए, खुश रहना चाहिए और उसे जिंदगी का हिस्सा मानना चाहिए. मुझे इससे गुजरना था, हो गया. अब थोड़ा चलने लगा हूं, शायद एक महीने बाद और बेहतर हो जाऊं.”
अब गिटार बजा लेते हैं पवनदीप राजन
पवनदीप राजन यह भी बताया कि म्युजिक में वापसी धीरे-धीरे हो रही है. “हादसे के बाद मैं बिस्तर पर था. फिर जब फ्लाइट से मुंबई आया, उस हालत में भी. यहां भी एक महीने तक बिस्तर पर रहा, फिर धीरे-धीरे चलना शुरू किया. अब धीरे-धीरे गिटार भी बजाने लगा हूं. हाथ थोड़ा ठीक हुआ है, लेकिन अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है.”



