‘मुझे लगा कि मेरा करियर खत्म हो गया’, आमिर खान ने अपने बुरे दौर को किया याद, कहा- रोज शाम को घर आकर रोता था

नई दिल्ली. आमिर खान ने साल 1988 में कयामत से कयामत तक फिल्म से डेब्यू किया था. उनकी यह पहली फिल्म ही बॉक्स ऑफिस पर बड़ी कामयाब साबित हुई. आमिर खान रातोंरात सुपरस्टार बन गए. हालांकि, इसके बाद उन्होंने अपने करियर का सबसे बुरा दौर देखा. हाल ही में आमिर खान ने खुलासा किया कि एक वक्त ऐसा आया, जब उन्हें लगा कि उनका करियर खत्म हो गया है. उनकी फिल्में बैक-टू-बैक पिटने लगी थीं.
हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2025 में आमिर खान ने कयामत से कयामत तक फिल्म के बाद अपनी मुश्किल भरी जर्नी को लेकर बात की. आमिर ने बताया कि पहली फिल्म की सफलता के बाद वह ऐसा चेहरा बन गए थे, जिसे हर कोई चाहता था, सिवाय उन फिल्ममेकर्स के जिनके साथ वह काम करने का सपना देखते थे.
पसंदीदा फिल्ममेकर्स से नहीं मिल रहे थे ऑफर
उन्होंने कहा, ‘मेरी पहली फिल्म कयामत से कयामत तक बड़ी सफल साबित हुई और मुझे रातोंरात स्टार बना दिया. मुझे फिल्मों के लिए बहुत सारे ऑफर आने लगे. लेकिन मैं उन निर्देशकों से ऑफर नहीं पा रहा था, जिनके साथ मैं काम करना चाहता था. मेरी एक लिस्ट थी उन डायरेक्टर्स की, जिनके साथ मैं काम करना चाहता था. मुझे लगता है उस समय कयामत से कयामत तक जैसी सुपरहिट के बाद भी आपको एक स्टार के रूप में खुद को स्थापित करना पड़ता था.’
आमिर खान को हुआ था गलती का एहसास
आमिर खान ने आगे कहा, ‘तो हां मैंने 8-9 फिल्में साइन कर लीं, सोचकर कि बाकी एक्टर्स 30-40 फिल्में कर रहे हैं, तो 10 से कम मेरे लिए ठीक होना चाहिए. लेकिन जब इन फिल्मों की शूटिंग शुरू हुई, तो मुझे एहसास हुआ कि मैंने कितनी बड़ी गलती कर दी. मैं 2-3 फिल्में एक साथ करने के लिए बना ही नहीं हूं और यही मेरी पहली असली समझ थी.’
अपनी फिल्मों को लेकर खुश नहीं थे आमिर खान
सुपरस्टार ने बताया कि, ‘मैंने इन फिल्मों में काम करने के पहले 6-8 महीनों में यह महसूस किया कि हर फिल्म में तीन चीजें बहुत महत्वपूर्ण हैं- स्क्रिप्ट, निर्देशक और निर्माता. जब तक ये तीनों ठीक नहीं होंगे, तब तक मैं फिल्म नहीं करूंगा. मैं जो काम कर रहा था, उससे बहुत खुश नहीं था. अपने करियर के पहले कुछ सालों में कयामत से कयामत के बाद मैं प्रोजेक्ट्स से खुश नहीं था. मेरी सोच उन लोगों से मेल नहीं खा रही थी, जिनके साथ मैं काम कर रहा था. शॉर्ट में कहूं तो ये फिल्में फ्लॉप होने लगीं. एक फ्लॉप हुई, दूसरी फ्लॉप हुई, तीसरी फ्लॉप हुई. मुझे वन फिल्म वंडर कहा गया और यह सही भी था.’
करियर खत्म होने का सताने लगा डर
आमिर ने कहा कि उन्हें लगा कि उनका करियर खत्म हो गया है. उन्होंने बताया, ‘वो 3-4 फिल्में जो अच्छी नहीं चली, मुझे इस स्थिति में ला दिया और बाकी 5-6 फिल्में जिन पर मैं काम कर रहा था, मैं जानता था कि ये कितनी खराब हैं मैं सोच रहा था कि मैं अब गया. मेरा करियर ऐसे ही बर्बाद होने वाला है. मैं शाम को घर आता और रोता. मैंने कसम खाई कि अब कभी भी मैं अपने काम के साथ समझौता नहीं करूंगा.’
90 के दशक में आमिर खान ने हिट फिल्में
इसके बाद आमिर ने फिर से सफलता पाई, जिसकी शुरुआत 1990 में दिल फिल्म से हुई. 90 के दशक में उन्होंने कई सबसे सफल फिल्मों में काम किया, जिनमें ‘राजा हिन्दुस्तानी’ और ‘सरफरोश’ शामिल हैं. उन्होंने लगातार हिट फिल्मों जैसे ‘गजनी’, ‘3 इडियट्स’, ‘पीके’, और ‘दंगल’ से बॉलीवुड में अपनी जगह और मजबूत की. पिछली बार आमिर खान सितारे जमीन पर फिल्म में नजर आए थे जो बड़ी सुपरहिट साबित हुई.



