राजस्थान का मौसम: राजस्थान में सर्दी का सितम! अलवर-फतेहपुर में पारा 5° से नीचे, भरतपुर-करौली में कोहरे का अलर्ट

राजस्थान वेदर अपडेट: राजस्थान में बीते 24 घंटों के दौरान मौसम शुष्क बना रहा. खासकर राज्य के उत्तरी और पश्चिमी जिलों के अधिकांश हिस्सों में ठंड का असर महसूस किया गया. अधिकतम तापमान बाड़मेर में 31.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान फतेहपुर, सीकर में 4.4 डिग्री तक गिर गया. लोगों ने सुबह और रात के समय ठंड की चुभन का अनुभव किया.मौसम विभाग ने बताया कि राजस्थान के कुछ हिस्सों में एक नया टिमी सिस्टम सक्रिय रह सकता है. इसके असर से न्यूनतम तापमान में 1 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है.
इसके बावजूद अधिकांश क्षेत्रों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने का अनुमान है. राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा देखने को मिल सकता है. इसमें अलवर, भरतपुर, करौली, भीलवाड़ा और अजमेर जैसे शहर शामिल हैं. इन क्षेत्रों में सुबह के समय दृश्यता कम होने की संभावना है, इसलिए सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतना आवश्यक है. 25 दिसंबर से उत्तरी हवाओं के प्रभाव के कारण न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट होने की संभावना है. 23 और 24 दिसंबर को राज्य के उत्तरी और कुछ पश्चिमी हिस्सों में कहीं-कहीं घना कोहरा रहने का अनुमान है. इससे विशेषकर सुबह के समय सड़क पर वाहन चालकों और यात्रियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है.
राजस्थान के प्रमुख शहरों का तापमान
राजस्थान के प्रमुख शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात की जाए तो अजमेर में 29.8/9.9, भीलवाड़ा 29.1/8.6, अलवर 26.8/8.8, जयपुर 28.4/11.6, पिलानी 29/7.5, सीकर 26.5/6.5, कोटा 28.8/10.8, चित्तौड़गढ़ 29.4/9, उदयपुर 28.7/12, बाड़मेर 31.8/12.4, जोधपुर 30.8/9.8, बीकानेर 31/7.1, चूरू 24.5/10, गंगानगर 27.5/8, बारां 30.5/7.2, जालौर 29.3/6.2, फतेहपुर 23.4/4.7, सिरोही 28.6/9.2, करौली 26.7/6.6, दौसा 29.3/6.2, प्रतापगढ़ 28.1/12.5, झुंझुनूं 29.5/8.1, पाली 28/9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
25 दिसंबर से कोहरे का रहेगा अधिक प्रभाव
राजस्थान में 25 दिसंबर से आगामी दिनों में मौसम शुष्क रहने के साथ-साथ उत्तरी हवाओं और कोहरे का प्रभाव दिखाई देगा. कोहरे के कारण दृश्यता कम होने की संभावना है. नागरिकों को शीतलहर और कोहरे से सुरक्षा के लिए उचित सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. शीतलहर के दौरान गर्म कपड़े पहनना और नियमित गर्म पेय पीते रहना लाभकारी है. शीतलहर और कोहरे का असर फसल, बागवानी और रोपण के कामों पर भी पड़ सकता है. किसान अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित उपाय करें और पशुओं के लिए पर्याप्त ठंड से बचाव सुनिश्चित करें.



