उम्र और हार्मोनल बदलाव के कारण खो रही है चेहरे की रंगत? अपनाएं ये तरीके, लौट आएगा नेचुरल ग्लो – Rajasthan News

Last Updated:December 25, 2025, 13:23 IST
Face Care Tips: हार्मोनल बदलाव और उम्र के कारण होने वाले मुंहासे अगर ज्यादा बढ़ जाएं तो दाग-धब्बों की समस्या बन जाती है. डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. प्रिया वर्मा के अनुसार सही स्किन केयर रूटीन अपनाकर इन दागों को काफी हद तक कम किया जा सकता है. चेहरे पर नारियल तेल से परहेज, सैलिसिलिक एसिड फेसवॉश, ऑयल-फ्री मॉइश्चराइजर, नायसिनामाइड सीरम और नियमित सनस्क्रीन का उपयोग त्वचा को साफ और हेल्दी बनाने में मदद करता है.
उम्र और हार्मोन बदलाव के कारण मुंहासे होना आम बात है. लेकिन प्रोब्लम तब बढ़ जाती है जब ये बहुत ज्यादा होने लगे. डॉ. प्रिया वर्मा ने बताया कि किशोरावस्था में मुंहासों का असर त्वचा पर दाग-धब्बों के रूप में दिखाई देता है. लेकिन, नियमित स्किन केयर रूटीन अपनाने से इन दाग-धब्बों को काफी हद तक कम किया जा सकता है. एसे में आज हम आपको कुछ आसान तरीके से इस समस्या के समाधान के बारे में बताएंगे.

डॉ. प्रिया वर्मा ने बताया कि सबसे जरूरी बात यह है कि मुंहासे वाली या मुंहासों की प्रवृत्ति रखने वाली त्वचा पर नारियल तेल का उपयोग आमतौर पर नुकसान पहुंचा सकता है. नारियल तेल त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर देता है, जिससे ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स और छोटे-छोटे दाने बढ़ने की संभावना रहती है. इसलिए चेहरे पर नारियल तेल लगाने की आदत को धीरे-धीरे बंद करना आपकी त्वचा के लिए बेहतर साबित होगा.

इसके अलावा इस स्थिति में पानी से चेहरा धोना त्वचा की गहराई से सफाई के लिए पर्याप्त नहीं होता. ऐसे में दिन में कम से कम दो बार हल्का, जैल आधारित फेसवॉश इस्तेमाल करना चाहिए, जिसमें सैलिसिलिक एसिड 0.5 से 1 प्रतिशत तक मौजूद हो. यह तत्व त्वचा के रोमछिद्रों के अंदर जमी गंदगी और अतिरिक्त तेल को हटाने में मदद करता है, जिससे दाग-धब्बों की समस्या धीरे-धीरे कम होने लगती है.
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डॉ. प्रिया के अनुसार, अक्सर लोग मुंहासों के डर से मॉइश्चराइजर लगाना बंद कर देते हैं, लेकिन यह सही तरीका नहीं है. त्वचा को नमी की जरूरत होती है. आप हल्का, ऑयल-फ्री और नॉन-कॉमेडोजेनिक मॉइश्चराइजर दिन में एक या दो बार जरूर लगाएं. इससे त्वचा का नेचुरल बैलेंस बना रहता है और त्वचा न तो ज्यादा रूखी होती है और न ही जरूरत से ज्यादा तैलीय होती है.

पुराने मुंहासों के दाग और त्वचा की असमान रंगत को सुधारने आप कुछ उपाय भी कर सकते हैं. इसके लिए नायसिनामाइड सीरम बहुत फायदेमंद रहता है. इसको सप्ताह में दो से तीन बार रात के समय 5 प्रतिशत नायसिनामाइड सीरम का इस्तेमाल करें. यह त्वचा की बनावट सुधारने, दाग-धब्बे हल्के करने और खुले रोमछिद्रों को छोटा दिखाने में मदद करता है, जिससे चेहरा धीरे-धीरे साफ नजर आने लगता है.

इसके अलावा, इस दौरान चेहरे पर स्क्रब, नींबू, बेकिंग सोडा या अन्य तेज घरेलू नुस्खों का प्रयोग बिल्कुल न करें. ये चीजें त्वचा की ऊपरी परत को नुकसान पहुंचा सकती हैं और दाग-धब्बों को और गहरा कर सकती हैं. इसके साथ ही, धूप में निकलते समय जैल आधारित सनस्क्रीन का इस्तेमाल बेहद जरूरी है. कम से कम एसपीएफ 30 या उससे अधिक वाला सनस्क्रीन त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है.

डॉ. प्रिया वर्मा ने बताया कि यदि आप बताए गए सभी उपायों को नियमित रूप से और सही तरीके से अपनाते हैं, तो एक महीनों के भीतर आपकी त्वचा में स्पष्ट सुधार दिखाई देने लगेगा. दाग-धब्बे हल्के होंगे और त्वचा की रंगत भी बेहतर होगी. अगर आप प्राकृतिक तरीके अपनाना चाहते हैं तो दूध की मलाई और हल्दी को मिक्स करके चेहरे पर लगा सकते हैं. यह नुस्खा चेहरे पर किसी तरीके का साइड इफेक्ट नहीं करता है, उल्टा इससे चेहरे पर चमक बढ़ती है.
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December 25, 2025, 13:23 IST
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