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Last Updated:December 25, 2025, 13:48 IST
Sukdi River Ground Report: सुकड़ी नदी पर खुले मैनहोल ने स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ा दी है. बिना ढक्कन और चारदीवारी के यह गड्ढा किसी भी वक्त बड़े हादसे का कारण बन सकता है. आसपास आवाजाही बनी रहती है, जिससे बच्चों और राहगीरों की जान जोखिम में है. ग्राउंड रिपोर्ट में प्रशासनिक लापरवाही साफ नजर आती है. लोगों की मांग है कि तुरंत सुरक्षा उपाय किए जाएं, ताकि किसी अनहोनी से पहले खतरे को टाला जा सके.
पाली. राजस्थान के पाली जिले में आने वाले रानी का एक ऐसा गांव जहां पर अगर आपको यमलोक जाना है तो उसका दरवाजा खुला हुआ है. आप सोचेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है. रानी गांव में सुकड़ी नदी पर स्थित लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का एक कुआं बिना ढक्कन और सुरक्षा व्यवस्था के खुला पड़ा है. ये कुआं गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में हजारों लोगों के लिए पेयजल का मुख्य स्रोत है. खुले होने के कारण यहां किसी भी समय बड़े हादसे का खतरा बना हुआ है.
साथ ही पानी के दूषित होने की आशंका भी बढ़ गई है. खुले इस कुएं के पास अगर आप पहुंच गए और आपका ध्यान नही रहा इसमें गिर गए तो एक तरह से आप यमराज के समक्ष पहुंच जाएंगे.
गंदगी से भी गिरा है पुरा कुआ इस क्षेत्र के रहने वाले लोगों की माने तो वह लम्बे समय से परेशान है. उनका कहना है कि कुआं खुला होने के कारण इसमें मिट्टी, पत्तियां, प्लास्टिक कचरा और अन्य गंदगी गिरती रहती है. कई बार जानवर भी कुएं के पास पहुंच जाते हैं, जिससे पानी की स्वच्छता पर सवाल उठ रहे हैं. यही पानी बिना किसी विशेष फिल्टरिंग के सीधे गांव में आपूर्ति किया जाता है.
प्रशासन नहीं समझ रहा अपनी जिम्मेदारी अक्सर पानी को जीवन रेखा कहा जाता है मगर इस गांव के लोगो के लिए यह पानी किसी जीवन रेखा नहीं बल्कि बीमारियों का घर भी बना हुआ है. यह कुआ एक ओर जहां लोगो को यमलोक का रास्ता दिखा रहा है तो दूसरी और इसका पानी पीना भी सेहत के लिए इतना खराब हो चुका है कि लोग आखिर जाए तो जाए कहा. एक तरह से लोगो के लिए वह बात हो गई है कि यहां कुआ यहां खाई आखिर लोग जाए तो जाए कहा क्योकि प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को समझ नही रहे.
दूषित पानी पीकर बीमार हो रहे ग्रामीण ग्रामीणों का कहना है कि दूषित पानी के सेवन से बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. इससे उल्टी, दस्त, बुखार और अन्य जलजनित बीमारियों का खतरा लगातार बना हुआ है. ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने इस समस्या के बारे में कई बार संबंधित विभाग और अधिकारियों को सूचित किया है, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिले हैं. मौके पर न तो ढक्कन लगाया गया है और न ही नियमित सफाई की व्यवस्था की गई है. ग्रामीणों ने तत्काल कुएं पर मजबूत ढक्कन, चारदीवारी या लोहे की जाली लगाने तथा पानी की नियमित जांच कराने की मांग की है.
About the AuthorJagriti Dubey
With more than 6 years above of experience in Digital Media Journalism. Currently I am working as a Content Editor at News 18 in Rajasthan Team. Here, I am covering lifestyle, health, beauty, fashion, religion…और पढ़ें
First Published :
December 25, 2025, 13:48 IST
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यमलोक का रास्ता खुला…बिना ढक्कन का मैनहोल बना मौत का जाल, प्रशासन कब जागेगा?



