Rajasthan

After voice call, now mobile data calls are also being ‘dropped’ | वॉयस कॉल के बाद अब मोबाइल डेटा कॉल भी हो रहा ‘ड्रॉप’

मोबाइल फोन कॉल और इंटरनेट दर 25 फीसदी तक बढ़ाने के बावजूद यह हाल

जयपुर

Published: January 19, 2022 11:47:49 pm

भवनेश गुप्ता
जयपुर। मोबाइल कॉल और इंटरनेट की दर 25 फीसदी तक बढ़ाने के बावजूद राज्य के मोबाइल उपभोक्ताओं को कॉल ड्रॉप से जूझना पड़ रहा है। गंभीर यह है कि पहले वॉयस कॉल में ही समस्या थी, लेकिन अब डेटा कॉल भी ड्रॉप हो रहा है। प्रदेश के 6.47 करोड़ उपभोक्ताओं में से ज्यादातर को इसी समस्या से जूझना पड़ रहा है। ऐसे हालात के बीच भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) की तिमाही रिपोर्ट ने और परेशानी सामने ला दी है। इसके तहत यहां वायरलाइन और वायरलैस दूरसंचार उपभोक्ताओं की संख्या का ग्राफ 1.18 प्रतिशत गिर गया है। यह देश के औसत गिरावट प्रतिशत 1.12 से भी ज्यादा है। इसके अलावा पिछले वर्ष जून से अक्टूबर तक की तुलना में टेलीडेंसिटी का आंकड़ा भी 83.07 से घटकर 81.86 प्रतिशत पहुंच गया है। यह गिरावट सभी पड़ौसी राज्य पंजाब, दिल्ली, गुजरात, यूपी, हरियाणा में सबसे ज्यादा है। उधर, ट्राई मुख्यालय ने कॉल ड्रॉप मामले में मोेबााइल आॅपरेटर्स से भी जानकारी ली है।

मोबाइल व बेसिक फोन उपभोक्ता
-6.61 करोड़ उपभोक्ता थे जून में
-6.53 करोड़ उपभोक्ता रह गए सितम्बर में
-3.55 करोड़ उपभोक्ता हैं ग्रामीण इलाके में
-2.98 करोड़ उपभोक्ता हैं शहरी क्षेत्र के

वॉयस कॉल के बाद अब मोबाइल डेटा कॉल भी हो रहा 'ड्रॉप'

वॉयस कॉल के बाद अब मोबाइल डेटा कॉल भी हो रहा ‘ड्रॉप’

टेलीडेंसिटी का हाल
-83.07 प्रतिशत थी जून में
-81.86 प्रतिशत रह गई सितम्बर में
-60.52 प्रतिशत है ग्रामीण इलाके में
-141.31 प्रतिशत है शहरी क्षेत्र में देश में यह है स्थिति
-120.25 करोड़ मोबाइल व वायरलाइन उपभोक्ता हैं देश में
-118.91 करोड़ उपभोक्ता रह गए देश में
-1.34 करोड़ उपभोक्ताओं ने छोड़ा साथ
-86.89 प्रतिशत है देश में टेलीडेंसिटी की दर
(टेलीडेंसिटी का मतलब 100 लोगों में से 86 लोग दूरसंचार सेवा से जुड़े हुए हैं)

हालात और जरूरत
1. अभी यह- राज्य में मोबाइल आॅपरेटर्स के 1 लाख 22 हजार बीटीएस (बेस ट्रांसरिसीवर स्टेशन) है, जो 40 हजार मोबाइल टॉवर पर लग हुए हैं। इस बीटीएस के जरिए ही एक मोबाइल से दूसरे मोबाइल पर वॉयस या डेटा पहुंचता है। इससे नेटवर्क समस्या, कॉल ड्राप होने का सिलसिला। अपेक्षित डेटा स्पीड नहीं मिलने से डेटा कॉल भी ड्रॉप हो रहे हैं।
2. जरूरत- राज्य में 8 से 10 हजार मोबाइल टावर लगाने की जरूरत मानी गई है, लेकिन आपरेटर उस स्पीड से काम नहीं कर रहे, जितनी जरूरत है। बैंडविथ जितनी ज्यादा होगी, इंटरनेट और वॉयस कनेक्टिविटी उतनी ही बेहतर होगी।

यह है प्रावधान
ट्राई ने तकनीकी खामी के कारण 2 प्रतिशत कॉल ड्राप को छूट के दायरे में ले रखा है, लेकिन इससे ज्यादा होने पर पेनल्टी का प्रावधान है। किस आपरेटर के घटे-बढ़े उपभोक्ता
एयरटेल- 2.15 करोड़
वोडाफोन-आइडिया- 1.15 करोड़
रिलायंस जियो- 2.55 करोड़
बीएसएनएल- 61.03 लाख

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