Demolition of temples did the government please the stone pelters- BJP | मंदिरों को तोड क्या सरकार ने पत्थरबाजों को खुश किया— भाजपा
भाजपा नेताओं ने अलवर के राजगढ में मंदिर तोडने के मामले में लगाए आरोप
जयपुर
Published: April 22, 2022 07:47:21 pm
जयपुर। अलवर के राजगढ में मंदिर तोडने के मामले में राजस्थान में राजनीति गरमा गई है। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किया है कि क्या मंदिरों को तोड कर सरकार पत्थरबाजों को खुश कर रही है
मंदिरों को तोड क्या सरकार ने पत्थरबाजों को खुश किया— भाजपा
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मंदिरों को तोड़ने के मामले में कहा कि राजगढ़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें स्थानीय विधायक जौहरी लाल मीणा कहते नजर आ रहे हैं कि सभी 34 पार्षद 24 घंटे में नतमस्तक हो जाएं तो घरों और मंदिरों को नहीं टूटने दिया जाएगा। इससे साफ है कि विधायक और सरकार की सरपरस्ती में ही मंदिर को तोड़ा गया है।
उन्होंने भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से गोविन्द सिंह डोटासरा के भाजपा पर लगाए गए आरोपों पर कहा कि जहां तक सितंबर, 2021 में बोर्ड से प्रस्ताव पास होने की बात है तो उसमें कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि मंदिर पर बुलडोजर चला दिया जाए। राठौड़ ने कहा कि मास्टरप्लान को अंतिम रूप देने का काम सरकार करती है। नोटिस उपखंड अधिकारी ने जारी किया, जिसके लिए उन्होंने जिला कलक्टर से आदेश लिए और जिला कलक्टर ने उच्चाधिकारियों से यह आदेश लिया। इससे साफ है कि घटना सरकार के संज्ञान में है। भाजपा राज में मंदिर तोड़ने के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि हमारे समय में मंदिर को तोड़ा नहीं बल्कि विस्थापित किया गया था। उन्होंने अधिकारियों पर भी हमला बोला और कहा कि अधिकारी प्रवक्ता की भाषा बोल रहे हैं। वो भूल गए हैं कि जब वापस बदलाव का समय आएगा तब ये सारे सवाल फिर खड़े होंगे और इन्हीं अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा। जिन अधिकारियों ने शिवलिंग को तोड़ा है, उन पर सरकार कार्रवाई करे। अन्यथा भाजपा जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आंदोलन की राह पकड़ेगी।
भाजपा ने बनाई कमेटी
मंदिर तोड़ने के मामले में भाजपा ने एक जांच कमेटी का भी गठन किया है। इस कमेटी में सीकर सांसद सुमेधानन्द, विधायक चन्द्रकांता मेघवाल,राजेन्द्र सिंह शेखावत, बृजकिशोर उपाध्याय एवं भवानी मीणा को शामिल किया गया है। यह कमेटी पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार करेगी।
कांग्रेस राज में बहुसंख्यकों को दबाया जा रहा है, मंदिर तोड़ना उसी का नतीजा- पूनिया भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार के शासन में बहुसंख्यकों को दबाया जा रहा है। उसी का नतीजा है कि हिंदुओं की आस्था के प्रतीक तीन सौ वर्ष पुराने भगवान शिव मंदिर को तोड़ा गया है। कांग्रेस नेता भाजपा के बोर्ड पर तोहमत लगा रहे हैैं, लेकिन क्या अकेला बार्ड ही अतिक्रमण को तोड़ने का फैसला करता है। डीएबी, प्रशासन सरकार, अधिकारी यह पूरी प्रक्रिया है, जिसके आधार पर ऐसे निर्णय लिए जाते हैं।
कांग्रेस सरकार ने पत्थरबाजों को खुश किया- शेखावत केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि तीन सौ वर्ष पुराना मंदिर ध्वस्त कर पत्थरबाजों को खुश किया गया है। यह आस्था पर आघात है। देश गवाह है, कभी मंदिरों में पत्थर इकट्ठे नहीं किए गए और न ही अन्य धर्मों के अनुसाइयों पर बरसाए गए हैं। कांग्रेस सरकार अपने वोट बैंक के लिए पत्थर चलवा रही है।
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