संत बालक दास महाराज के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भक्तों की भीड़, नम आंखों से दी विदाई
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Agency: Rajasthan
Last Updated:February 17, 2025, 16:42 IST
पाली जिले के संत बालक दास महाराज के अंतिम दर्शन के लिए हजारों भक्त पहुंचे. संत की बैकुंठी निकाली गई और आश्रम में अंतिम संस्कार किया गया. भक्तों ने नम आंखों से विदाई दी.
संत बालकदास महाराज की यात्रा
हाइलाइट्स
संत बालक दास महाराज के अंतिम दर्शन के लिए हजारों भक्त पहुंचे.संत की बैकुंठी निकाली गई और आश्रम में अंतिम संस्कार किया गया.भक्तों ने नम आंखों से संत को अंतिम विदाई दी.
पाली. पाली जिले के एक गांव के पास निकट एक आश्रम में उस वक्त भक्तों की लम्बी लम्बी कतारें लगी नजर आई जब गौ सेवा और जरूरतमंदों के प्रति जीवन समर्पित करने वाले संत बालक दास महाराज के अंतिम दर्शन करने का वह विशेष मौका था. राजपुरोहित समाज और जन-जन के आराध्य संत बालक दास महाराज के अंतिम दर्शन के लिए उनके आश्रम में रविवार को हजारों भक्त पहुंचे. संत के जयकारों से पूरा आश्रम गूंज उठा. संत के दर्शन के लिए यहां लम्बी कतार लगी रही. इस दौरान संत की बैकुंठी निकाली गई. उसके बाद आश्रम परिसर में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया. उन्हें पंचतत्व में विलीन होते देख हजारों भक्तों की आंखें नम हो गई. नम आंखों के बीच भक्तों ने संत को अंतिम विदाई दी.
गौरतलब है कि पाली जिले में आने वाले जोधपुर-जालोर रोड पर उंदरा गांव के निकट संत बालकदास का आश्रम है. शुक्रवार देर रात को संत देवलोक गमन हो गए थे. इसकी जानकारी मिलने पर शनिवार को दिन भर भक्तों का आश्रम में पहुंचने लगे. ऐसे में अंतिम दर्शन के लिए संत की पार्थिक देह रखी गई. शनिवार को संत के अंतिम दर्शन कर भक्तों ने भजन भाव शुरू किया जो रविवार सुबह तक जारी रहा.
सैकड़ों संत सहित हजारों भक्त हुए शामिलभक्तों के पहुंचने पर रविवार सुबह करीब सवा नौ बजे आश्रम से संत बालकदास की बैकुंठी निकाली गई. जिसमें सैकड़ों संत, महात्मा और हजारों भक्त शामिल रहे. आश्रम रवाना होकर बैकुंठी गेरवलिया मोड होते हुए वापस आश्रम पहुंची. जहां आश्रम परिसर में राजपुरोहित समाज सहित बड़ी संख्या में भक्त और साधु-संतों की मौजूदगी में संत बालकदास की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन की गई.
36 कौम के भक्तों ने किए अंतिम दर्शनइस दौरान राजपुरोहित समाज के आसोतरा के गादीपति संत तुलसाराम महाराज, महंत निर्मलदास, महंत चम्पापुरी, चेंडा महंत पदमाराम, शिकारपुरा आश्रम के संत मंगला महाराज, भांवरी ठाकुरद्वारा महंत ज्ञानदास, खाकी अखाड़ा के अनेक साधु संत, पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, मदनसिंह जागरवाल, महावीरसिंह सुकरलाई, शिशुपाल सिंह राजपुरोहित, हनुमान सिंह खाराबेरा, पूर्व सभापति महेंद्र बोहरा, रमेश परिहार सहित बड़ी संख्या में राजपुरोहित समाज सहित 36 कौम के भक्त मौजूद रहे.
गौ सेवा और जरूरतमंदों पर जीवन किया समर्पितसंत बालकदास के भक्त मदन सिंह जागरवाल की मानें तो संत की प्रेरणा और सान्निध्य में पूना में खेतेश्वर भवन का निर्माण हुआ इसके साथ ही मुंबई में काशी मीरा भवन निर्माण करवाया. बड़ौदा में खेतेश्वर आश्रम अन्न क्षेत्र का निर्माण करवाया, सिरोही जिले में हरजी गोशाला भी संत के सान्निध्य में शुरू की. उन्होंने हमेशा गौ सेवा और हमेशा जरूरतमंदों की सेवा और मदद करने की शिक्षा दी.
Location :
Pali,Pali,Rajasthan
First Published :
February 17, 2025, 16:42 IST
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संत बालक दास महाराज के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भक्तों की भीड़