कुएं में चार साल से छुपा था खतरनाक जीव, जिसको देखकर छूटे लोगों के पसीने, मचा हड़कंप, VIDEO
पाली. राजस्थान के कुंभलगढ अभ्यारण्य वनक्षेत्र से सटे सेवटा बेरा कृषि कुएं में अचानक दिखे मगरमच्छ से पूरे गांव में भय का माहौल बन गया. कुंए में अचानक से इस तरह मगरमच्छ दिखने से हर कोई हैरान रह गया. बाद में पता चला कि यह मगरमच्छ कई बार यहां देखा गया है मगर इसको पकडा नहीं जा सका और उस समय वह काफी छोटा था. ऐसे में अब 4 सालों तक वह इसी कृषि कुएं में ही पल रहा था. मगरमच्छ को देखकर किसान और उनके परिवार के लोग काफी डर गए बाद में सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को काफी मेहनत के बाद कुएं से बाहर निकाला और उसकी मेडिकल जांच के बाद उसको सुरक्षित जंगल में छोड दिया गया.
कुम्भलगढ़ अभ्यारण्य वनक्षेत्र से सटे सेवटा बेरा कृषि कुएं में 4 साल से पल रहे मगरमच्छ को वनकार्मिकों और टाइगर रेस्क्यू दल ने कड़ी मेहनत से सुरक्षित बाहर निकाला. इसके बाद उसे पशु चिकित्सक से उपचार करवाकर जंगल के जल क्षेत्र में छोड़ दिया गया. मगरमच्छ काफी बडा था जिससे एक बार गांव के लोग भय के माहौल में आ गए.
चार साल पहले कुंए में गिर गया था मगरमच्छ का बच्चा कुम्भलगढ़ अभ्यारण्य सादड़ी रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी रामचन्द्रसिंह राठौड़ की माने तो सेवटा बेरा राणकपुर क्षेत्र के सोहनलाल माली के कृषि कुएं में 4 साल पहले एक मगरमच्छ का बच्चा गिर गया था. कई बार विद्युत मोटर ठीक करते समय वह मोटर के समीप लकड़ी पर बैठा नजर आया, लेकिन पानी की गहराई के कारण उसे पकड़ नहीं किया जा सका. जिसको अब चार साल बाद रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया.
डर गए किसान और उसके परिवार के लोग इस सूचना पर सहायक वनपाल ईश्वरसिंह चौहान, टाइगर रेस्क्यू दल के सदस्य रफीक पठान, अशोक देवड़ा, शाह नवाज खा, धनराज माली, हितेश माली और मददगार ग्रामीणों की मदद से मगरमच्छ को कुएं से बाहर निकाला गया. चार साल में मगरमच्छ बड़ा हो गया, जिससे किसान और उनके परिवार को डर लगने लगा.
मगरमच्छ हो गया था काफी कमजोर चार सालों तक कुंए में इस तरह से रहने के कारण मगरमच्छ कमजोर हो गया था, जिसका उपचार पशु चिकित्सक डॉ. परीक्षित पुरोहित ने किया क्योकि कुएं में किसी भी प्रकार का शिकार नही कर पाने जैसी स्थिति में वह मर भी सकता था. मगर उसको समय रहते बाहर निकालकर इसके बाद उसे अरण्य जल क्षेत्र में छोड़ दिया गया. यह एक महत्वपूर्ण और रोमांचक रेस्क्यू ऑपरेशन था, जिसमें टाइगर रेस्क्यू दल ने अपनी ताकत और संयम का परिचय दिया.
Tags: Local18, Pali news, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : October 23, 2024, 11:51 IST