AC Sleeper Bus Fire Jodhpur Jaisalmer, CM Visits Hospital

Last Updated:October 15, 2025, 07:14 IST
Jaisalmer Bus Fire Case: राजस्थान में जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर थईयात गाँव के पास मंगलवार दोपहर करीब 3:30 बजे एक बेहद दर्दनाक हादसा हो गया. जैसलमेर से जोधपुर जा रही के के ट्रेवल्स की एसी स्लीपर बस में अचानक भीषण आग लग गई. बस की लपटें इतनी भयानक थीं कि उसमें सवार 20 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई है, जबकि 16 यात्री गंभीर रूप से झुलस गए हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह बस महज पांच दिन पहले ही रूट पर चलाई गई थी और इसे नॉर्मल बस से मॉडिफाई कर एसी स्लीपर में बदला गया था. बस में करीब 57 यात्री सवार थे, जिनमें कई बच्चे और महिलाएं शामिल थीं.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आग लगने की शुरुआत बस के पीछे वाले हिस्से में शॉर्ट सर्किट से हुई, जिससे एसी यूनिट में आग भड़क उठी. बस की फाइबर बॉडी और सीटों के पर्दों ने आग को और तेजी से फैला दिया.
आग की लपटें देखकर यात्रियों में चीख-पुकार मच गई और उन्होंने जान बचाने के लिए चलती बस से छलांग लगाना शुरू कर दिया. हादसे की भयावहता का मुख्य कारण यह रहा कि बस में केवल आगे की ओर एक ही गेट था. आग लगते ही वायरिंग जल जाने के कारण यह गेट ऑटोमैटिक लॉक हो गया.
स्लीपर बस की संकरी गैलरी और इमरजेंसी एग्जिट न होने के कारण अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला. कई यात्रियों ने खिड़कियों के मजबूत कांच तोड़ने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाए, जिससे वे अंदर ही फंसकर जिंदा जल गए. इस भीषण अग्निकांड में 20 से अधिक लोगों के जिंदा जल गए, वहीं 16 यात्री गंभीर रूप से झुलस गए.
घटनास्थल जैसलमेर मुख्यालय से करीब 10 से 12 किलोमीटर दूर था. सड़क किनारे मौजूद स्थानीय लोगों ने सबसे पहले आग और धुआं देखकर बचाव कार्य शुरू किया. उन्होंने तुरंत पास ही आर्मी एरिया में संपर्क किया, जिसके बाद सेना की टीम जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची. सेना के जवानों और स्थानीय लोगों ने जेसीबी की मदद से बस का गेट तोड़कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. इस दौरान कई झुलसे यात्रियों को बाहर निकाला गया. जैसलमेर से फायर ब्रिगेड को पहुंचने में लगभग 45 मिनट की देरी हुई, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी. सभी घायलों को तुरंत जैसलमेर के जवाहर हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल (MGH) और MDM हॉस्पिटल रेफर किया गया है.
इस हृदयविदारक घटना की सूचना प्राप्त होते ही मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने गहरा शोक व्यक्त किया. मुख्यमंत्री विशेष विमान से जयपुर से जैसलमेर पहुंचे, जहां उन्होंने अधिकारियों से घटना की विस्तृत जानकारी ली
मुख्यमंत्री ने थईयात आर्मी एरिया में दुर्घटनाग्रस्त बस का निरीक्षण भी किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने बचाव एवं राहत कार्यों के लिए आर्मी के अधिकारियों, जवानों एवं स्थानीय नागरिकों को धन्यवाद भी दिया.
इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जोधपुर पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती घायलों की कुशलक्षेम पूछी और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की. मुख्यमंत्री ने घायलों के परिजनों से भी मुलाकात कर उन्हें ढांढ़स बंधाया.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि यह हादसा अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और दुःख की इस घड़ी में राज्य सरकार शोक संतप्त परिजनों के साथ खड़ी है. उन्होंने प्रभावितों को हर संभव राहत देने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से प्रत्येक मरीज की चिकित्सकीय रिपोर्ट, जलन का प्रतिशत, उपचार पद्धति और आवश्यक संसाधनों की जानकारी विस्तार से प्राप्त की. उन्होंने निर्देश दिए कि जरूरत पड़ने पर बर्न स्पेशलिस्ट टीमों को तत्काल बुलाया जाए. मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को निर्देश दिया कि हर मरीज के लिए विशेष चिकित्सकीय निगरानी दल (डेडिकेटेड डॉक्टर और नर्स) तैनात किया जाए ताकि 24 घंटे मॉनिटरिंग सुनिश्चित हो सके.
First Published :
October 15, 2025, 07:10 IST
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