कमांडो ट्रेनिंग के दौरान हादसा, चूरू का लाल शहीद, 15 माह के बेटे ने दी पिता को अंतिम विदाई-accident-during-commando-training-churu-Son-shaheed-15-month-old-son-do-funeral-rits

चूरू : शेखावाटी की धरती को यूं ही वीरों की धरती नहीं कहा जाता, यहां के वीर सपूतों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देकर इस धरती को गौरवान्वित किया है. चूरू के तारानगर तहसील के गांव ढाणी आशा के 28 वर्षीय विजय कुमार धीनवाल जिनकी पार्थिव देह सोमवार को गमगीन माहौल में जैसे ही गांव पहुंची तो पूरा गांव भारत माता के जयकारों और अमर शहीद विजय अमर रहे के नारों से गूंजयमान हो उठा और नम आंखों से सैन्य सम्मान के साथ शहीद विजय कुमार पंचतत्व में विलीन हो गए.
28 वर्षीय शहीद विजय कुमार धीनवाल राइफलमैन थे जो महाराष्ट्र के बेलगांव में 35 दिनों की कमांडो ट्रेनिंग ले रहे थे. सात सितंबर की सुबह बेलगांव में ट्रेनिंग के दौरान उनकी नाव नदी में डूब गयी. जिससे वह वीरगति को प्राप्त हो गए. शहीद विजय कुमार की पार्थिव देह विशेष विमान से रविवार शाम दिल्ली लायी गयी, जहां से सड़क मार्ग से सोमवार को पार्थिव देह तारानगर पहुंची. जहां से गांव के युवाओं के द्वारा तिरंगा यात्रा निकालकर गांव के लाडले को अंतिम विदाई दी गयी. उन्होंने बताया कि विजय कुमार की एक साल पहले शादी हुई थी. गांव ढाणी आशा में सैन्य सम्मान के साथ शहीद विजय कुमार का अंतिम संस्कार किया गया है.
15 माह के बेटे ने दी शहीद पिता को मुखाग्निगांव ढाणी आशा के शीषपाल धीनवाल ने बताया कि शहीद विजय कुमार धीनवाल को मुखाग्निी उसके 15 माह के बेटे लक्षित ने दी. विजय कुमार का साल 2015 में भारतीय सेना में राइफलमैन के पद पर चयन हुआ था. उसकी शादी पांच मार्च 2022 में सरदारशहर तहसील के गांव गाजुसर की रहने वाली किरण से हुई थी. किरण ने अभी बीएड की है.
शहीद विजय के एक 15 माह का बेटा है. दो भाईयों में विजय खुद बड़ा है. उसका छोटा भाई आईआईटी पास है. जो फिलहाल यूपीएससी की तैयारी कर रहा है. पिता मदनलाल धीनवाल खुद आर्मी से रिटायर्ड है. ताउ शीषपाल ने बताया कि अभी दो अगस्त को छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर गया था वह कमांडो की ट्रेनिंग में चार सितम्बर को गया था. हादसे के समय नाव में सात जने सवार थे. इनमें दो जवान शहीद हो गए.
FIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 19:19 IST