करौली की इस बेटी ने MBA करने के बाद चुना धर्म का रास्ता, इस दिन होगी दीक्षा, बताई ये वजह

Last Updated:May 01, 2025, 16:44 IST
करौली की दीपिका जैन ने M.Com और MBA के बाद जैन साध्वी बनने का निर्णय लिया है. परिवार का समर्थन मिलने के बाद वे 14 मई को चेन्नई में दीक्षा लेंगी. उनका जीवन अब परमात्मा की भक्ति के लिए समर्पित रहेगा.X
करौली की बेटी दीपिका जैन
हाइलाइट्स
दीपिका जैन 14 मई को चेन्नई में जैन साध्वी बनेंगी.दीपिका ने M.Com और MBA के बाद संयम और वैराग्य का मार्ग चुना.परिवार ने दीपिका का संयम उत्सव धूमधाम से मनाया.
करौली. राजस्थान के करौली की एक बेटी ने M.Com और MBA की पढ़ाई पूरी करने के बाद जैन साध्वी बनने का कठोर निर्णय लिया है. हिंडौन सिटी से आने वाली दीपिका जैन का सपना भले ही CA बनने का था, लेकिन उन्होंने भक्ति मार्ग पर चलने के लिए अपने इस सपने को भी त्याग दिया और अब यह बेटी जल्द ही जैन साध्वी बनने के सभी धार्मिक रीति-रिवाज पूरे कर दीक्षा लेने वाली हैं.
दीपिका की पढ़ाई के साथ-साथ वैराग्य के मार्ग पर चलने की रुचि बचपन से ही रही है, जिसका परिणाम यह हुआ कि उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी अपना पूरा जीवन वैराग्य के लिए समर्पित कर दिया है. हालांकि, इस निर्णय को लेने में उन्हें शुरुआती दौर में परिवार का समर्थन नहीं मिला, लेकिन जब उनके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों ने उनकी धर्म के प्रति अटूट श्रद्धा और समर्पण को देखा, तो अंत में उन्हें दीपिका के इस निर्णय में पूरा साथ मिला.
दीपिका जल्द ही अपना संयम उत्सव धूमधाम से पूरा कर सांसारिक जीवन से नाता तोड़ लेंगी. इसके बाद उनका जीवन का एकमात्र लक्ष्य रहेगा केवल परमात्मा की भक्ति. दीपिका अपना संयम उत्सव पूरा करने के बाद चेन्नई में 14 मई को जैन साध्वी बनने की दीक्षा लेंगी. इस दीक्षा से पहले हिंडौन सिटी में उनका संयम उत्सव परिवार द्वारा बड़े ही धूमधाम से मनाया गया है.
शुरू से थी भक्ति मार्ग में रुचिजैन साध्वी बनने वाली दीपिका बताती हैं कि बचपन से ही उनका भक्ति मार्ग से गहरा नाता रहा है. उनकी इच्छा शुरू से ही भक्ति मार्ग में रहने की थी. हालांकि, दीक्षा लेने का विचार प्रारंभ में नहीं था. लेकिन जैन साध्वियों के साथ रहने और धर्म को गहराई से समझने के बाद उन्होंने दीक्षा का मार्ग भी चुन लिया. अब वे धर्म के मार्ग पर इतनी आगे बढ़ चुकी हैं कि उन्होंने दीक्षा लेने का दृढ़ निश्चय कर लिया है.
परमात्मा की वाणी और वचन से हुई प्रभावितदीपिका बताती हैं कि उन्हें धर्म के इस मार्ग पर चलने की प्रेरणा धर्मगुरुओं से परमात्मा की वाणी और वचन सुनने से मिली है. वह बचपन से परमात्मा की वाणी और वचन सुनती आ रही हैं, जिससे धीरे-धीरे उन्होंने पहले धर्म को समझा. धर्मगुरुओं के मुख से परमात्मा की वाणी सुनकर दीपिका में धर्म के प्रति श्रद्धा कुछ ऐसी बढ़ गई कि अब उन्होंने सांसारिक जीवन का त्याग कर अपना पूरा जीवन वैराग्य के लिए समर्पित कर दिया है. दीपिका का कहना है कि दीक्षा लेने के बाद उनके पूरे जीवन का उद्देश्य केवल परमात्मा की आज्ञा का पालन करना है. इसके अलावा, दीक्षा लेने के बाद वह परमात्मा के जो पंच महाव्रत ग्रहण करने वाली हैं, उनका यथाशक्ति शुद्धता के साथ पालन कर सकें.
कौन हैं दीपिका जैनदीपिका जैन करौली जिले की हिंडौन तहसील की मूल निवासी हैं. उन्होंने अपनी पढ़ाई जयपुर से पूरी की हैं. दीपिका के माता-पिता का कुछ साल पहले ही निधन हो चुका है. दीपिका सहित उनके परिवार में 9 बहन-भाई हैं. दीपिका नौ भाई-बहनों में परिवार की सबसे छोटी बेटी हैं. भक्ति मार्ग पर जाने के लिए उन्हें सभी बहन भाइयों का भी पूरा समर्थन मिला है. दीपिका के पूरे परिवार में उनके इस निर्णय पर गर्व जताया है.
Location :
Karauli,Karauli,Rajasthan
homerajasthan
करौली की इस बेटी ने MBA करने के बाद चुना धर्म का रास्ता, इस दिन होगी दीक्षा