इस ऑक्सीजन पार्क में जाने के बाद नहीं होगा वापस आने का मन, मिलती हैं ये वर्ल्ड क्लास सुविधाएं

शक्ति सिंह/कोटा: राजस्थान का कोटा डॉक्टरी और इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए फेमस है. कोचिंग करने के लिए यहां कई राज्यों के लाखों स्टूडेंट रहते हैं. यहां पढ़ाई और रिजल्ट के तनाव के चलते कई बच्चों के सुसाइड की खबरें आती रही हैं. ऐसे में राजस्थान सरकार ने तनाव मुक्त माहौल और बेहतरीन वाताणरण के लिए कोटा वासियों और कोचिंग करने के लिए कोटा आने वाले बच्चों के लिए ऑक्सीजन पार्क बनवाया. इस पार्क में वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के साथ घना वृक्षारोपण किया गया है. चलिए जानते हैं पार्क की क्या खासियत है और यहां क्या सुविधाएं हैं.
इतना आया खर्चपार्क को लेकर दावा है कि यह 4 किलोमीटर के दायरे में तापमान में कमी रखता है और 8 किलोमीटर तक इसकी ऑक्सीजन का असर रहता है. इसको लेकर दावा किया गया है कि यह पार्क लंदन के सेंट जेम्स पार्क से भी बड़ा है. इस ऑक्सीजन पार्क को बनवाने में लगभग 120 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.
ऑक्सीजन पार्क में 1.5 किलोमीटर लंबा वाकिंग ट्रैक बनाया गया है. यह वाकिंग ट्रैक जयपुर के सेंट्रल पार्क से भी लंबा है. इसके अलावा यहां साइकिल ट्रैक भी बना है. पार्क के अंदर कई तरह के फ्लॉवर लगाए गए हैं. साइकिल ट्रैक भी बनवाया गया है. ऑक्सीजन पार्क आयल फैक्ट्री की आवासीय कॉलोनी में बना हुआ है. फैक्ट्री बंद होने के बाद सरकार ने जमीन को अपने कब्जे में लेकर उसमें पार्क बनवाया.
इस पार्क में करीब 2 लाख से ज्यादा पौधें लगाए गए हैं. यहां घास को भी कई रूपों में बहुत ही अच्छे तरीके से लगाया गया है. पार्क में 72 प्रतिशत क्षेत्र में पेड़ लगाए गए हैं और इसके 16 प्रतिशत हिस्से में पानी से जुड़ी चीजें बनी हैं. पार्क के बीचों-बीच 1200 मीटर लंबी एक नहर निकाली गई है. यहां एक झरना और दो स्टोन ब्रिज भी हैं. यहां नहर में बोटिंग भी कर सकते हैं. पार्क में 10 मीटर की ऊँचाई पर बतख के लिए शानदार तालाब बनाया गया है. पार्क के सिर्फ 12 प्रतिशत हिस्से में ही पक्का निर्माण किया गया है. जिसमें पार्क में उल्टा पिरामिड, ग्लोब स्टैच्यू पर पिघलता लावा, काइनेटिक सर्किल, ट्रीमैन सर्किल और ज्ञान सर्किल बनाया गया है.
कोचिंग फैक्ट्री के साथ ही ऑक्सीजन फैक्ट्री वाले कोटा के इस पार्क में ग्लास हाउस, कांच से बना कैफेटेरिया, हरियाली से ढके बनावटी पहाड़, आर्टहिल, देश-विदेश के दुर्लभ प्रजाति के फूल-पुष्प और पक्षियों के लिये अंडे के आकार का पक्षी बंगला भी खास है. यहां बनावटी गुफा से लेकर प्लेजोन की भूल भुलैय्या, अपनी तरह का अनोखा फाउंटेन, हवा के साथ घूमते कायनेटिक टॉवर, सीनियर सिटीजन जोन आदि कई चीजें हैं.
चार्जअंत में एक जरूरी बात भी जान लीजिए कि पार्क में एंट्री के लिए चार्ज भी रखा गया है. स्टूडेंट को 50 रुपये और अन्य लोगों को 100 रुपए का टिकट लेना होगा. नियमित आने वाले लोगों के लिए पास की सुविधा है. उसके लिए 300 रुपये प्रति महीने देने होंगे.
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FIRST PUBLISHED : August 6, 2024, 19:10 IST