
निराला समाज टीम जयपुर।
श्री अग्रवाल समाज समिति जयपुर के त्रिवार्षिंक चुनाव में पंद्रह हजार से ज्यादा अग्र बंधुओं ने उग्र गर्मी के चलते तीन साल के लिए अग्रवाल समाज की कमान किसी एक को सौपने के लिए उत्साह से मताधिकार का प्रयोग करते हुए समाज के लिए अपने संकल्प को मतपेटियों में कैद कर दिया। मतगणना शुरू हुई उसमें भी तीनों ग्रुप प्रदीप मित्तल-लखदातार और अग्रवाल प्रगति में मतदान के दाैरान से शुरू हुई नूरा-कुश्ती देखने को मिली। जिसके चलते मतगणना के हर दौर में गहमागहमी रही और इस बीच हाईटेक सॉफ्टवैयर भी गड़बड़ा गया और मतगणना को अगले दौर के लिए निरस्त करना पड़ा मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजू मंगोड़ी वाले को। सोमवार रात मतगणना पुन: शुरू करवाएं जाने का मैसेज सभी ग्रुप को किया गया लेकिन सहमति बनी मंगलवार सुबह दस बजे की। अब मंगलवार दस बजे मतगणना शुरू होगी।

तकनीकी खामी पर मित्तल ग्रुप और प्रगति ग्रुप ने सवाल खड़े कर दिए है। प्रदीप मित्तल ग्रुप के लीडर प्रदीप मित्तल का कहना है कि रविवार की रात मतगणना के दौरान वोटों में ईजाफा होने की जगह कमी आने लगी। पहले राउंड में हमारे ग्रुप के 42 उम्मीदवार बढत बनाए हुए थे लेकिन बाद में बैलेट में हमारे प्रत्याशियों के नाम पर मोहर लगने के बाद बढत नहीं हो रही थी। हमारी शिकायत पर निर्वाचन अधिकारी को मतगणना रोकनी पड़ी। अब हम मतगणना के दौरान साईबर स्पेस्लिस्ट और सॉफ्टवैयर इंजिनियर बैठाएंगे।

अग्रवाल प्रगति ग्रुप के आनन्द गुप्ता का कहना है कि मतगणना करने वाली कंपनी और निर्वाचन अधिकारियों की मिलीभगत का परिणाम है इस बार का अग्रवाल समाज का चुनाव। मतदान के समय धांधली हुई फिर मतगणना के दौरान हमारे ग्रुप के उम्मीदवारों के आगे बैलेट पर मोहर तो लग रही थी लेकिन कांउटिंग स्केनिंग के दौरान बढ़त नहीं हो पा रही थी। निर्वाचन प्रक्रिया के पारदर्शिता के साथ होने में शत प्रतिशत संदेह है। यह सब लखदातार ग्रुप को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। इसलिए इस चुनाव को हम अदालत में चुनौति देगें और समिति पर रिसीवर बैठाने की मांग करेंगे।
प्रगति ग्रुप के ही एक उम्मीदवार ने बताया कि अग्रवाल शिक्षा समिति चुनावों में हमारे ग्रुप को समर्थन दे रही थी। हमारे ग्रुप की कांउटिंग 45 सौ से शुरू होती है। ऐसे में परिणामों में हम पहले पायदान पर है लेकिन लखदातार ग्रुप को अप्रत्याशित फायदा पहुंचाने के लिए हर तरह की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। सोमवार की रात मतगणना नहीं कराके मंगलवार की सुबह मतगणना करवाना भी इस प्रक्रिया का हिस्सा है। रविवार की मतगणना के दौरान ही निर्वाचन मंगल की लखदातार ग्रुप से मिलीभगत सामने आ गई थी जिसके चलते विरोध को देखते हुए मतगणना रोकनी पड़ी। अब जो मतगणना हो रही है वह वर्किंग समय में हो रही है और इसमें घालामेली की शत प्रतिशत उम्मीद है और इसका फायदा सीधे सीधे लखदातार ग्रुप को मिलेगा।
निर्वाचन समिति ने मतगणना का कार्य यश इंफोटेक को दिया गया है। इसके डायरेक्टर अजय गुप्ता का कहना है कि हमने अलफाबेट तरीके से मतगणना शुरू की, दो हजार वोटों की कांउटिंग के बाद रिकांउटिंग के लिए कहा गया तो हमारे चार स्केनर ने एरर बता दिया। हमने बेलेट की हार्ड कापी से मिलान की बात भी कही लेकिन उम्मीदवरों ने और उनके समर्थकों ने इस अस्वीकार कर दिया। अब तकनीकी खामी दुरस्त कर दी गई है और हमारी तरफ से पारदर्शिता के साथ कांउटिंग होगी।
लखदातार ग्रुप के चंद्र प्रकाश भाड़ावाले का कहना है कि निर्वाचन मंडल चुनाव पारदर्शिता के साथ करवा रहा है इसमें कोई संशय नहीं है। तकनीकी खराबी के चलते स्क्रीन ने मतगणना को शो करना बंद कर दिया । अब पुन: मतगणना के लिए निर्वाचन अधिकारी को लिखा है। अन्य ग्रुपों के जो आरोप लखदातार ग्रुप पर लग रहे है वे सब बेबुनियाद है लखदातार ग्रुप बहुमत से आ रहा है इसलिए यह लोग बोखलाएं हुए हैं। चुनाव परिणाम के बाद हम सब समाज बंधु एक है। चुनावों में वैचारिक मतभेद सदा से चलते आ रहे है लेकिन मनभेद किसी भी ग्रुप को लेकर नहीं है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजू मंगोड़ी वाले का कहना है कि मतगणना मंगलवार की सुबह सही समय पर शुरू होती है और कोई खामी इस दौरान नहीं आती है तो परिणाम शाम आठ- नौ बजे तक घोषित कर दिए जाएंगे।