Agriculture News: किसान के लिए खीरा बना हीरा, लाखों रुपए कमाकर हो रहा मालामाल, जानें कैसे

Last Updated:May 14, 2025, 16:14 IST
Agriculture News:  किसान चतुर्भुज ने राज्य सरकार  एवं कृषि उद्यान विभाग के सहयोग और अपनी मेहनत के बलबूते पर एक बारी फसल में 8 से 10 लाख रुपए का शुद्ध मुनाफा कमाकर दूसरे किसानों के लिए एक आदर्श स्थापित किया है.X
 
 बीकानेर के किलचू के किसान चतुर्भुज मेघवाल पुत्र दामोदर मेघवाल की किस्मत को पलटकर
बीकानेर में किसान अब खीरे की खेती कर रहे है. यह खीरा अब किसानों के लिए हीरे से कम नहीं है. यह पॉलीहाउस से खीरा की खेती करने किसानों को मालामाल कर रहा है. बीकानेर के किलचू के किसान चतुर्भुज मेघवाल पुत्र दामोदर मेघवाल की किस्मत को पलटकर रख दिया. एक समय में परंपरागत खेती कर जीवन यापन कर रहे चतुर्भुज आज कृषि उद्यान विभाग की योजना का लाभ उठाकर खीरे की खेती से लाखों रुपए की सालाना आमदनी ले रहे हैं.
उद्यान विभाग के सहायक उपनिदेशक मुकेश गहलोत ने बताया कि किसान चतुर्भुज ने पॉलीहाऊस में खीरे के बीज रोपित कर दिए. जहां उन्होंने एक पॉलीहाऊस में करीब दस हजार बीज रोपित किए. इसके बाद लगभग 60 से 70 दिन की फसल में मात्र एक माह बाद ही खीरे की पैदावार शुरु हो गई. यह पैदावार प्रति बेल 28 एमएमएस किलो के करीब बैठती है.
10 लाख रुपए का मुनाफाकिसान चतुर्भुज ने राज्य सरकार एवं कृषि उद्यान विभाग के सहयोग और अपनी मेहनत के बलबूते पर एक बारी फसल में 8 से 10 लाख रुपए का शुद्ध मुनाफा कमाकर दूसरे किसानों के लिए एक आदर्श स्थापित किया है. इसके चलते राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन भी खूब देखे जा रहे हैं. राज्य सरकार की कृषकों के लिए चलाई जा रही ‘उद्यानिकी नवाचार’ योजना ने संक्षेप में कहें तो किसान चतुर्भुज के लिए खीरा शुद्ध हीरा साबित हो रहा है. राज्य सरकार की अनुदान नीति के चलते मेहनतकश किसान के कौडिय़ों के दाम में करोड़ों के वारे-न्यारे हो रहे हैं.
95 प्रतिशत तक मिलेगा अनुदानमुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजना अंतर्गत कृषि उद्यान विभाग की ओर से युवाओं को प्रगतिशील बनाने, प्रेरक किसान बनाने के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है. इस योजना में जरुरतमंद किसान चतुर्भुज को राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन करने के बाद पॉलीहाऊस निर्माण के लिए अनुदान दिया गया. यह अनुदान योजना राशि का 95 प्रतिशत तक दिया गया. इसके चलते चतुर्भुज को मात्र पांच प्रतिशत राशि के साथ केवल लागत का जीएसटी राशि का ही वहन करना पड़ा. इस प्रकार कृषि उद्यान विभाग द्वारा जयपुर की अधिकृत फर्म के माध्यम से 44 गुणा 92 कुल 4048 स्क्वेयर मीटर के पॉली हाऊस बनाकर साथ ही उसमें ड्रिप सिस्टम जोडक़र दिया गया.
Location :
Bikaner,Bikaner,Rajasthan
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किसान के लिए खीरा बना हीरा, लाखों रुपए कमाकर हो रहा मालामाल
 


