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Agriculture Tips: गुलाब की खेती से किसान बन सकते हैं मालामाल, सर्दियों में ऐसे करें पौधों की देखभाल, बंपर मिलेगी पैदावार

Last Updated:November 09, 2025, 07:41 IST

Rose Farming Tips: आज के समय में किसान पारंपरिक खेती से हटकर अधिक लाभ वाली फसलों की ओर बढ़ रहे हैं. गुलाब की खेती किसानों के लिए सबसे फायदे का सौदा साबित हो रही है, क्योंकि इसकी मांग हर मौसम और बाजार में बनी रहती है. सर्दियों में पौधों को पाले और रोगों से बचाना जरूरी है. सही मिट्टी, तापमान और सिंचाई प्रबंधन से किसान कम लागत में अधिक उत्पादन और 5 से 8 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं.bhilwara

आजकल किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर फायदे वाली खेती की ओर अपना रुख कर रहे हैं. ऐसे में अगर किसी खेती में सबसे ज्यादा फायदा है वह गुलाब की खेती है, क्योंकि गुलाब के फूलों की डिमांड हर क्षेत्र में हर समय रहती है. गुलाब की मांग ना केवल घरेलू बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बढ़ रही है. तापमान के कम या ज्यादा होने का सबसे ज्यादा फर्क इन्हीं पर पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि सर्दी के दिनों में गुलाब के पौधों की सही प्रकार से देखभाल की जाए. सर्दी के मौसम में गुलाब की खेती करने वाले किसान ध्यान रखें कि पाला बीमारी न पकड़े. यह प्रतिकूल प्रभाव डालता है जो फसल के लिए नुकसानदायक होता है.

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गुलाब की खेती के लिए सबसे पहले सही जमीन और जलवायु का सेलेक्ट करना सबसे ज्यादा जरूरी है. गुलाब की खेती हल्की दोमट मिट्टी और जल निकासी की उचित व्यवस्था वाले खेतों में कर सकते हैं. गुलाब के पौधे को बढ़ने के लिए 25-30 डिग्री सेल्सियस तापमान की जरूरत होती है. यह पौधा ठंडे और गर्म दोनों ही मौसम में ठीक से बढ़ता है. लेकिन अत्यधिक ठंड और गर्मी इसके लिए हानिकारक साबित होता है.

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ठंड के मौसम में गुलाब को अधिक पानी देने से बचें, क्योंकि ठंड में मिट्टी में नमी अधिक समय तक बनी रहती है. सुबह के समय हल्की सिंचाई करें ताकि पत्तियों पर पानी न रुके. सर्दियों में पाले से बचाव के लिए पौधों को घास, पुआल या प्लास्टिक शीट से ढकें. रात के समय खेत में हल्की सिंचाई करें, क्योंकि गीली मिट्टी पाले से बचाव में मदद करती है. मिट्टी में गहरी खुदाई करें ताकि वह हवादार रहे. सर्दियों में पौधों के चारों ओर मल्चिंग करें, जिससे नमी संरक्षित हो और जड़ें ठंड से बच सके.

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सर्दियों में गुलाब के पौधों पर पाउडरी मिल्ड्यू और काले धब्बे जैसे रोगों का खतरा बढ़ सकता है. जैविक फंगीसाइड या नीम के तेल का छिड़काव करें। कीटों से बचाव के लिए रोज निरीक्षण करें और उचित उपाय करें. गुलाब के पौधों को पर्याप्त धूप मिलने दें सर्दियों में रोशनी कम होती है, इसलिए पौधों को ऐसी जगह लगाएं, जहां अधिक से अधिक धूप मिले. वहीं फूलों को सुबह या शाम के समय काटें कटाई के तुरंत बाद फूलों को ठंडी जगह पर रखें.

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सर्दियों के मौसम से पहले गुलाब की झाड़ियों की कटाई और छंटाई करें। सूखी और रोगग्रस्त टहनियों को हटा दें ताकि पौधे में वृद्धि हो सके. खाद और सर्दियों में गुलाब के पौधों को संतुलित मात्रा में जैविक खाद जैसे गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट या नाइट्रोजन युक्त उर्वरक दें पोटाश और फॉस्फोरस का उपयोग करें, जो ठंड से पौधों की सुरक्षा करते हैं. गुलाब की नर्सरी से पौधे खरीदे जाते हैं, जिन्हें 30x30x30 सेंटीमीटर के गड्ढों में लगाया जाता है. एक हेक्टेयर भूमि में लगभग 10 हजार गुलाब के पौधे लगाए जा सकते हैं. यानी की प्रजाति के हिसाब से पौधे की दूरी पर प्रति हेक्टेयर पौधों की रोपाई की संख्या निर्भर करता है. इसके अनुसार ही गुलाब का उत्पादन निर्भर करता है.

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गुलाब की बुआई करने के बाद तुड़ाई आमतौर पर 6-8 महीने के बाद शुरू हो जाती है. एक बार फूलों की तुड़ाई के बाद बाजार में इनकी अच्छी कीमत मिल सकती है. एक हेक्टेयर गुलाब की खेती से लगभग 1.5 लाख से 2 लाख गुलाब के फूल प्राप्त किए जा सकते हैं. बाजार में इसकी कीमत मौसम और मांग के अनुसार बदलती रहती है. औसतन एक हेक्टेयर से 5-8 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है.

First Published :

November 09, 2025, 07:41 IST

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सर्दियों में गुलाब की खेती से करनी है तगड़ी कमाई, जानिए देखभाल का सही तरीका

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