Agriculture Tour: एग्रो टूर से बढ़ेगी किसानों की आय, खेती को नई दिशा मिलने के साथ गांव में होगा रोजगार सृजन
जोधपुर. राजस्थान में कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर अब एग्रो टूरिज्म को बढ़ावा देगा. यह पहल न केवल राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि किसानों की आर्थिकी को भी मजबूत करेगी. इसके जरिए गांवों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और पर्यटक प्राकृतिक वातावरण में खेती-किसानी, पशुपालन और स्थानीय कृषि संसाधनों का अनुभव ले सकेंगे.
तेजी से एग्रो टूरिज्म लागू करने का निर्देशकृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों के साथ बैठक कर एग्रो टूरिज्म को तेजी से लागू करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने पारंपरिक फसलों और पशुपालन को अधिक प्रोत्साहन देने पर बल दिया, ताकि इनसे प्राप्त उत्पादों का मूल्य संवर्धन किया जा सके. इन उत्पादों को एग्रो टूरिज्म के माध्यम से बेचकर किसानों को अतिरिक्त आय का स्रोत मिलेगा.
सुमेरपुर में होगी मॉडल की शुरुआतएग्रो टूरिज्म मॉडल की शुरुआत कृषि कॉलेज, सुमेरपुर और अनुसंधान उपकेंद्र सुमेरपुर से की जाएगी. कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. एम.के. पूनिया ने बताया कि खेती किसानी एवं पशुपालन को नजदीक से दिखाने एवं इसकी प्राकृतिक सुंदरता को रोजगार से जोड़ने के लिये कृषि पर्यटन की शुरुआत की जाएगी. इसके जरिए किसानों और गांव के लोगों के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे. इसके लिए संसाधनों को जुटाया जा रहा है. कृषि कॉलेज एवं अनुसंधान उपकेंद्र के क्षेत्र में कृषि पर्यटन के विकसित हो जाने के पश्चात गांव के किसान भी रोजगार के लिए इस मॉडल को अपने खेतों में अपना सकेंगे.किसानों और पर्यटकों के लिए लाभकारी पहलएग्रो टूरिज्म से न केवल स्थानीय किसानों को अतिरिक्त आय का साधन मिलेगा बल्कि अन्य राज्यों के पर्यटकों को भी राजस्थान की पारंपरिक खेती और ग्रामीण जीवन का अनुभव लेने का अवसर मिलेगा. कृषि विश्वविद्यालय जल्द ही इस परियोजना को जमीन पर उतारने की तैयारी कर रहा है, कृषि पर्यटन किसानों के लिए आर्थिक रूप से बेहद हितकारी होगा. राजस्थान के खेतों में यह प्रयोग दूसरे राज्य के लोगों को भी आकर्षित करेगा.
FIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 21:30 IST