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आकाश मिसाइल… दाम में अमेरिका- यूरोप से आधी, लेकिन कहर बरपाने में बॉस

Last Updated:May 14, 2025, 23:55 IST

Akash Missile: आकाश मिसाइल सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को नाकाम करने में एक बड़ी भूमिका निभाई. इसको बनाने वाले साइंटिस्ट प्रह्लाद रामाराव ने कहा कि आकाश मिसाइल दुनिया की दूसरी ऐसी …और पढ़ेंआकाश मिसाइल... दाम में अमेरिका- यूरोप से आधी, लेकिन कहर बरपाने में बॉस

वैज्ञानिक प्रह्लाद रामाराव ने कहा कि आकाश मिसाइल की लागत बहुत कम होती है.(Image:ANI)

हाइलाइट्स

आकाश मिसाइल ने पाकिस्तानी ड्रोन हमलों को नाकाम किया.आकाश मिसाइल की कीमत विदेशी मिसाइलों से आधी है.आकाश मिसाइल एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बना सकती है.

नई दिल्ली. आकाश… वो मिसाइल जिसने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. उसकी कहानी तो आपने बहुत सुनी होगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी कीमत कितनी है? आकाश बनाने वाले साइंटिस्ट प्रह्लाद रामाराव ने इसकी जो खूबियां बताई हैं, वो चमत्कार से कम नहीं हैं. जहां अमेरिका यूरोप की मिसाइल करोड़ों रुपये में बनती है, वहीं भारतीय वैज्ञानिकों ने इसे आधी कीमत पर तैयार कर दिया. भारत की आकाश मिसाइल प्रणाली के पीछे के वैज्ञानिक प्रह्लाद रामाराव ने बुधवार को मिसाइल की उन्नत विशेषताओं, सामरिक मूल्य और इस तरह की प्रणाली के देशी उत्पादन के महत्व पर रोशनी डाली.

एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में रामाराव ने आकाश मिसाइल की क्षमताओं के बारे में बताया. विशेष रूप से एक साथ कई लक्ष्यों को ट्रैक करने और निशाना बनाने की इसकी क्षमता के बारे में उन्होंने बात की. आकाश मिसाइल सिस्टम के बारे में उन्होंने कहा कि यह मिसाइल कई टारगेट को निशाना बनाने में समर्थ है. इससे एक साथ 12 मिसाइलों को निशाना बना सकते हैं. मिसाइल की सटीकता पर रोशनी डालते हुए उन्होंने कहा कि जंग में या बिना जंग के भी अपने निशानों को निशाना बना सकती है. ये अलग-अलग ऊंचाइयों पर उड़ान भर सकता है और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर के दौरान अपनी कुशलता को दिखा सकता है.

विमान को निश्चित रूप से मार गिराएगी

उन्होंने कहा कि इसकी सटीकता और मारकता इतनी उन्नत है कि यदि मिसाइल अपने टारगेट के करीब पहुंच जाती है, तो विमान को निश्चित रूप से मार गिराएगी. रामाराव ने यह भी कहा कि आकाश मिसाइल समय के साथ सुरक्षा बलों से मिले इनपुट के साथ विकसित होती रहती है. उन्होंने कहा कि हर 2-3 साल में हम सेनाओं से मिले फीडबैक के आधार पर मिसाइल को उन्नत करते हैं. आकाश मिसाइल की लागत पर रामाराव ने इसकी सामर्थ्य और रणनीतिक मूल्य पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आकाश मिसाइल अमूल्य है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि इसको देश में ही बनाया गया है.

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दाम में आधी

विदेशी मिसाइल सिस्टम से इसकी तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि समान क्षमता के लिए आकाश की लागत यूरोप या दूसरे देशों की समान प्रणालियों की लागत का केवल आधा है. जमीनी प्रणालियों की लागत भी विदेशी विकल्पों की तुलना में केवल दसवां हिस्सा है. आकाश एक छोटी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जो संवेदनशील इलाकों और संवेदनशील जगहों को हवाई हमलों से बचाती है.

authorimgRakesh Singh

Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in …और पढ़ें

Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in … और पढ़ें

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