अकबर ने भरतपुर में बनवाया था यह शाही तालाब, अब फिर से होगा ‘जिंदा’
भरतपुर: रूपवास का शाही तालाब भरतपुर जिले की एक ऐतिहासिक धरोहर है. इसे मुगल सम्राट अकबर ने बनवाया था. यह तालाब उस समय की वास्तुकला और जल प्रबंधन की अद्वितीय मिसाल पेश करता है. चारों ओर सुंदर पत्थरों से घिरा यह तालाब अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता के कारण आज भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां के स्थानीयों के लिए यह शाही तालाब प्रमुख जल संसाधन का केंद्र हुआ करता था. यहां से रूपबास सहित आसपास के गांव के लोग पानी पिया करते थे.
स्थानीय निवासी धीरज शुक्ला ने लोकल 18 को बताया की यह शाही तालाब भरतपुर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर रूपवास शहर में स्थित है. यह शहर के बीचों-बीच बना हुआ है. इस तालाब को शाही तालाब इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसे मुगल सम्राट अकबर के द्वारा बनवाया गया था. अकबर के द्वारा इसे बनवाए जाने पर इसको शाही तालाब का दर्जा दिया गया है.
धीरज शुक्ला ने बताया कि रूपवास फतेहपुर सीकरी के नजदीक होने की वजह से यहां अकबर का आना-जाना लगा रहता था. अकबर यहां पर शिकार खेलने के लिए आया करते थे. उसी बीच अकबर अपनी सेना के साथ यहां पर रुका करते थे तो उनके हाथी-घोड़ों के पानी पीने के लिए इसे बनवाया गया था. जब इस तालाब को बनवाया गया था तो इससे निकले हुए लाल पत्थर से पास में ही लाल महल का निर्माण कराया गया था जो आज भी मौजूद है.
यह शाही तालाब रूपवास में आने वाले पर्यटकों के लिए प्राचीनता और सुंदरता से भरपूर है. जिसे पर्यटक और राहगीर निहारने आते हैं. अब एक बार फिर से इस शाही तालाब का पुनः जीर्णोद्धार कराया जा रहा है. जो लोगों के लिए फिर से आकर्षण का केंद्र बन जाएगा. यह शाही तालाब अकबर के शासनकाल की अमूल्य धरोहर के रूप में आज भी रूपवास की पहचान का हिस्सा बना हुआ है.
FIRST PUBLISHED : October 3, 2024, 22:20 IST