Akshardham Jodhpur Annakoot Festival 2025

Last Updated:October 23, 2025, 11:18 IST
Jodhpur News: अक्षरधाम मंदिर, जोधपुर में गोवर्धन पूजा के अवसर पर 751 व्यंजनों से भव्य अन्नकूट महोत्सव आयोजित किया गया. 2 दिन की मेहनत के बाद तैयार किए गए व्यंजनों का भोग भगवान श्री स्वामीनारायण को अर्पित किया गया और इस आयोजन में 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भक्तिमय वातावरण में भाग लिया.
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जोधपुर: गोवर्धन पूजा के पावन अवसर पर आज श्री स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर, काली बेरी में भव्य अन्नकूट महोत्सव का आयोजन श्रद्धा और उल्लास के साथ किया गया. यह आयोजन भक्तों की अटूट आस्था और पारंपरिक भक्ति का अद्भुत संगम रहा, जिसमें भगवान श्री स्वामीनारायण को 751 विविध व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया.
महोत्सव की शुरुआत पूज्य योगीप्रेम स्वामी द्वारा गाए गए ‘थाल गीत’ से हुई, जिसने पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया. इसके तुरंत बाद, अन्नकूट दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. मंदिर परिसर से लेकर नमस्ते सर्किल तक लगभग 2 किलोमीटर लंबी कतारें लगीं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस उत्सव का धार्मिक महत्व कितना विशाल है.
इस वर्ष अन्नकूट महोत्सव में 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिन्होंने अन्नकूट की भव्य झाँकी के दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया. संध्या में आयोजित लाइट एंड साउंड शो ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें भगवान कृष्ण की लीलाओं और गोवर्धन पूजा के महत्व को दर्शाया गया.
अन्नकूट का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्वअन्नकूट महोत्सव गोवर्धन पूजा के अगले दिन आयोजित किया जाता है. यह भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत की पूजा और देवराज इंद्र के अभिमान को शांत करने की स्मृति में मनाया जाता है. ‘अन्नकूट’ का शाब्दिक अर्थ है ‘अन्न का पर्वत’. इस दिन भगवान को सैकड़ों प्रकार के व्यंजन अर्पित कर उनका भोग किया जाता है. इसका भावार्थ यह है कि सम्पूर्ण सृष्टि में भगवान ही पालक हैं और वही अन्न के रूप में जीवन प्रदान करते हैं. यह उत्सव प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का भी एक माध्यम है.
अक्षरधाम मंदिर में 751 व्यंजनों की अन्नकूट झांकी
अक्षरधाम जोधपुर में पहली बार 751 व्यंजनों की अन्नकूट झांकी सजाई गई. इस विशाल आयोजन के लिए 50 कारीगरों और 50 स्वयंसेवकों ने पिछले 2 दिनों से अथक मेहनत की. इस श्रम का परिणाम एक ऐसी झाँकी के रूप में सामने आया, जो देखने वालों को विस्मित कर रही थी.
महंत योगी प्रेम स्वामी और लक्ष्मण के अनुसार, भगवान के अन्नकूट से ऋतु परिवर्तन के संकेत भी मिलते हैं. व्यंजनों में 400 तरह के मिष्ठान, 200 नमकीन, 50 फल और विशेष रूप से गुजराती–मारवाड़ी व्यंजन शामिल थे, जो इस क्षेत्र की समृद्ध पाक कला को दर्शाते हैं. यह उत्सव केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामुदायिक एकता और सहयोग का भी प्रतीक बना.
Location :
Jodhpur,Jodhpur,Rajasthan
First Published :
October 23, 2025, 11:18 IST
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Jodhpur News: अक्षरधाम मंदिर में भव्य अन्नकूट महोत्सव, 751 व्यंजन भगवान…



