All India Kavi Sammelan#at#ravindra manch# | एक तुम्हारा होना क्या से क्या कर देता है…

रवींद्र मंच सभागार में रविवार को ङ्क्षहदी कवि स्वर्गीय डॉक्टर तारा प्रकाश जोशी की स्मृति में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन और डआयोजन किया गया। हमकलाम और डॉक्टर तारा प्रकाश जोशी मेमोरियल फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में देश भर से आए कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से कार्यक्रम में प्रस्तुतियां दीं।
जयपुर
Published: February 27, 2022 06:38:12 pm
डॉ. तारा प्रकाश जोशी स्मृति सम्मान समारोह
देशभर से आए कवियों ने दी प्रस्तुति
रवींद्र मंच सभागार में रविवार को ङ्क्षहदी कवि स्वर्गीय डॉक्टर तारा प्रकाश जोशी की स्मृति में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन और डआयोजन किया गया। हमकलाम और डॉक्टर तारा प्रकाश जोशी मेमोरियल फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में देश भर से आए कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से कार्यक्रम में प्रस्तुतियां दीं। इस दौरान कला और संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि ताराप्रकाश ऐसी विलक्षण प्रतिभा के धनी थे जो प्रशासनिक अधिकारी तो थे ही, साथ ही कवि हृदय व्यक्ति भी थे। इस दौरान न्यायमूर्ति विनोद शंकर दवे, राजस्व मंडल के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह,रविंद्र मंच के प्रबंधक सैयद शीराज अली जैदी,कार्यक्रम संयोजक लोकेश कुमार सिंह साहिल समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में मुरादाबाद के गीतकार माहेश्वर तिवारी को डॉक्टर तारा प्रकाश जोशी स्मृति अवॉर्ड 2022 प्रदान किया गया। उन्हें पुरस्कार स्वरूप 51 हजार रुपए की राशि सहित दुशाला, साफा और अभिनन्दन पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान तिवारी ने एक तुम्हारा होना क्या से क्या कर देता है, बेजुबान छत.दीवारों को घर कर देता है की प्रस्तुति दी।
डॉ.शिवओम अम्बर ने लफ्जों में टनकार बिठा लहजे में खुद्दारी रख, जोधपुर के दिनेश सिंदल ने जग ने फूल कहा तुमको था मैंने खुशबू कहा तुम्हें, बांसवाड़ा के तारेश दवे ने तुम अपनी उड़ानों की ऊंचाई देखो,चित्तौडग़ढ़ के रमेश शर्मा ने जब गरजे तब बरसे नहीं, ग्वालियर के राजेश शर्मा ने फिर लहर तट छू गई, इस बार नदियां क्या करे, जोधपुर की पूर्णिमा अदा ने मुझे मिलता है जो कुछ भी मैं दूना कर दिखाती हूं,दिल्ली की कीर्ति काले ने बिना तुम्हारे शहर तुम्हारे फीका फीका लगा मुझे जैसी रचनाएं सुनाईं और श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी। कवियत्री सुशीला शील,अंजता देव, कवि धनराज दाधीच, एल सैनी कान्हा, जगदीश मोहन रावत ने भी अपनी रचनाओं पर प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम में समा बांधा।

एक तुम्हारा होना क्या से क्या कर देता है…
अगली खबर