हाथों की कारीगरी का कमाल, भरतपुर के बीरमपुरा में बन रहा इको-फ्रेंडली फर्नीचर, टूटकर पड़ रही है ग्राहकों की भीड़

Last Updated:December 22, 2025, 15:02 IST
Eco Friendly Furniture : भरतपुर में बदलती लाइफस्टाइल और पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता के बीच बीरमपुरा का इको फ्रेंडली फर्नीचर तेजी से लोगों की पसंद बनता जा रहा है. हाथों से बना, केमिकल मुक्त और टिकाऊ यह फर्नीचर न सिर्फ घरों की शोभा बढ़ा रहा है, बल्कि स्थानीय कारीगरों को रोजगार और पहचान भी दिला रहा है.
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भरतपुर : भरतपुर में इन दिनों इको फ्रेंडली फर्नीचर लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा है. बदलती जीवनशैली और पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता के चलते अब लोग ऐसे उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं, जो न केवल टिकाऊ हो बल्कि प्रकृति के अनुकूल भी हो इसी कड़ी में भरतपुर जिले के बीरमपुरा क्षेत्र में तैयार किये जाने वाला इको फ्रेंडली फर्नीचर लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है. बीरमपुरा में बनाया जाने वाला यह फर्नीचर पूरी तरह हाथों से तैयार किया जाता है.
इसे बनाने में किसी भी प्रकार की भारी मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जाता बल्कि पारंपरिक तकनीकों और कारीगरों के हुनर से इसे आकार दिया जाता है. प्राकृतिक और पर्यावरण के अनुकूल सामग्री से तैयार यह फर्नीचर न केवल देखने में आकर्षक है. बल्कि मजबूती के मामले में भी काफी बेहतर माना जा रहा है. यहां मैज टेबल, मुंडा, मुड़ी कुर्सी, स्टूल, छोटी टेबल सहित घर में रोजमर्रा के उपयोग में आने वाली कई प्रकार की वस्तुएं बनाई जाती हैं. इन फर्नीचर उत्पादों की खास बात यह है कि यह पूरी तरह से केमिकल मुक्त होते हैं.
बीरमपुरा का इको फर्नीचर बना पहली पसंदजिससे इनका पर्यावरण पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता साथ ही इनका डिजाइन ऐसा होता है जो आधुनिकता और पारंपरिक कला का सुंदर मिश्रण पेश करता है. स्थानीय कारीगरों का कहना है कि हाथों से बने फर्नीचर में मजबूती के साथ-साथ आत्मीयता भी होती है. यही कारण है कि लोग अब मशीन से बने फर्नीचर की जगह इस तरह के इको फ्रेंडली फर्नीचर को पसंद कर रहे हैं. बीरमपुरा में तैयार होने वाला यह फर्नीचर न केवल स्थानीय बाजारों में बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बना रहा है.
इको फर्नीचर से कारीगरों को मिला रोजगारइस पहल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे स्थानीय कारीगरों को रोजगार मिल रहा है. पारंपरिक कला और हुनर को नया जीवन मिलने से कारीगरों का आत्मविश्वास बढ़ा है और उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है. साथ ही यह फर्नीचर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने में भी अहम भूमिका निभा रहा है. भरतपुर के बीरमपुरा में तैयार हो रहा इको फ्रेंडली फर्नीचर न केवल लोगों की जरूरतों को पूरा कर रहा है बल्कि प्रकृति और परंपरा दोनों की रक्षा का संदेश भी दे रहा है. यही वजह है कि इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है और लोग इसे तेजी से अपना रहे हैं.
About the AuthorRupesh Kumar Jaiswal
A Delhi University graduate with a postgraduate Diploma in Journalism and Mass Communication, I work as a Content Editor with the Rajasthan team at India Digital. I’m driven by the idea of turning raw in…और पढ़ें
Location :
Bharatpur,Rajasthan
First Published :
December 22, 2025, 15:02 IST
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हाथों की कारीगरी का कमाल, भरतपुर के बीरमपुरा में बन रहा इको-फ्रेंडली फर्नीचर



