बीकानेर के जूनागढ़ किले में हेरम्ब गणेश जी की अद्भुत प्रतिमा, पांच मुख और दस भुजाओं वाली शत्रु विनाशकारी मूर्ति

Last Updated:October 19, 2025, 18:04 IST
Heramba Ganesha at Junagadh Fort : बीकानेर के जूनागढ़ किले में स्थित हेरम्ब गणेश जी का मंदिर अद्भुत है. इस प्रतिमा में पांच मुख और दस भुजाएं हैं. महाराजा युद्ध के पहले इसकी पूजा करते थे. माना जाता है कि यह शत्रु विनाश और संकट दूर करने में सक्षम है. दक्षिण भारत के कडप्पा पत्थर से बनी यह प्रतिमा सिर्फ राजघराने के दर्शन के लिए खुली है.
ख़बरें फटाफट
बीकानेर : बीकानेर में भगवान गणेश जी के कई प्रसिद्ध मंदिर है. इनमें से एक हेरम्ब गणेश जी का मंदिर है. जानकारों की माने तो पूरे राजस्थान में हेरम्ब गणेश जी एक या दो ही मंदिर है. यह हेरम्ब गणेश की प्रतिमा भी सिर्फ कडप्पा पत्थर से बनी होती है और दक्षिण भारत में ही मिलती है. बीकानेर के मनीष के पास हेरम्ब गणेश जी की प्रतिमा है जो पांच मुखों वाले गणेश जी होते हैं. मजे की बात यह है कि यह गणेश जी की प्रतिमा सिंह पर सवार है.
मनीष कंसारा ने बताया कि यह हेरम्ब गणेश जी की प्रतिमा जो कडप्पा से लेकर आए हैं. हेरम्ब गणेश जी का मंदिर पूरे भारत में दो या तीन जगह ही देखा जा सकता है. इनमें से एक मंदिर बीकानेर के जूनागढ़ किले में है. हेरम्ब गणेश जी की पूजा इसीलिए की जाती है कि यह शत्रु विनाश के लिए हिम्मत देते हैं. इसके अलावा जिसका बुध कमजोर हो और राशि में बुध ज्यादा हो तो उसे हेरम्ब गणेश जी की पूजा करनी चाहिए. अगर बार बार संकट आता है या विपदा आती है तो वो दूर होती है.
हेरम्ब गणेश की अद्भुत प्रतिमाहेरम्ब गणेश जी में कुल पांच मुख होते हैं. चार मुख आगे होते हैं तो वही एक मुख पीछे होता है. आगे चार मुख तो चारों दिशाओं में देखने के लिए होते हैं वहीं पीछे वाला मुख अपने अदृश्य शत्रुओं को देखने के लिए होता है. जिस पत्थर से यह प्रतिमा बनी है उसकी उम्र करीब एक हजार साल तक है. दक्षिण में जो भी प्रतिमा दिखेगी वो काले पत्थर यानी कडप्पा पत्थर द्वारा बनी हुई मिलेगी. बीकानेर के जूनागढ़ किले में यह हेरम्ब गणेश जी का मंदिर है जो सिर्फ राजघराने के दर्शन के लिए खुला है. आमजन इस मंदिर में गणेश जी के दर्शन नहीं कर सकते हैं. महाराजा ने इस प्रतिमा की स्थापना करवाई थी. महाराजा जब भी युद्ध के लिए जाते थे तो हेरम्ब गणेश जी की पूजा करके जाते थे. जिससे शत्रु पर विजयी प्राप्त की जा सके.
बीकानेर किले में राजघराने का मंदिरहेरम्ब गणेश के पांच हाथी के सिर और दस भुजाएं हैं जिनमें पाश, अंकुश, रुद्राक्ष की माला, चूर्ण, युद्ध-कुल्हाड़ी और डोरी है. इन्हें पांच गणपतियों – महागणपति, सिद्धि गणपति, विद्या गणपति, शक्ति गणपति और मोक्ष गणपति का अवतार माना जाता है. इनके पांच मुख, जिनमें से चार प्रत्येक दिशा की ओर और पांचवां आकाश की ओर मुख किए हुए हैं, भगवान शिव, भगवान विष्णु, भगवान ब्रह्मा, देवी शक्ति और भगवान सूर्य के स्वरूपों का प्रतिनिधित्व करते हैं. वहीं ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और आकाश जैसे पांच प्राकृतिक तत्व उन्हीं से उत्पन्न हुए हैं.
रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें
रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन… और पढ़ें
Location :
Bikaner,Rajasthan
First Published :
October 19, 2025, 18:04 IST
homerajasthan
जूनागढ़ किले में हेरम्ब गणेश का रहस्यमयी मंदिर, शत्रु विनाशकारी प्रतिमा