World

ईरान पर हमला करने से इजरायल को रोक पाएगा अमेरिका? बाइडन ने नेतन्याहू से की यह अपील, अपना स्टैंड भी बताया

नई दिल्ली: पहले रूस-यूक्रेन जंग, फिर फिलिस्तीन-इजरायल जंग और अब इजरायल-ईरान युद्ध ने एक बार फिर दुनिया को टेंशन में ला दिया है. इजरायल के खिलाफ ईरान ने सीधे तौर पर मोर्चा खोल दिया है और जंग का ऐलान कर दिया है. ईरान ने इजरायल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागीं. ईरान ने कहा कि उसने यह हमला सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल हुए हमले के जवाब में किया. इस बीच अमेरिका ने भी अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि बि अमेरिका ईरान के खिलाफ किसी भी आक्रामक कार्रवाई में भाग नहीं लेगा.

जो बाइडन ने बेंजामिन नेतन्याहू से आगे कहा कि इजरायल का पलटवार अब अनावश्यक है. इजरायल पर ईरान के ऐतिहासिक और अप्रत्याशित मिसाइल और ड्रोन हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन की प्रतिक्रिया आई है. वाशिंगटन ने एक ओर अपने सहयोगी इजरायल के साथ हमेशा खड़े रहने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई है, वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन की सरकार से भी अपील की है कि बेंजामिन नेतन्याहू को आगे कोई ऐसी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए, जो क्षेत्र को व्यापक युद्ध में धकेल सके.

वाशिंगटन स्थित क्विंसी इंस्टीट्यूट फॉर रिस्पॉन्सिबल स्टेटक्राफ्ट के कार्यकारी उपाध्यक्ष ट्रिटा पारसी के अनुसार, जो बाइडन ने इजरायल और इजरायलियों से कहा है कि ईरान के खिलाफ बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के पलटवार को अपनी जीत के रूप में लें और अब यहीं रुक जाएं.’ हालांकि, बीते सात महीने से जारी हमास-इजरायल जंग में बेंजामिन नेतन्याहू ने कई मौकों पर बाइडन की सलाह और चेतावनियों को दरकिनार किया है.

ईरान के हमले को इजरायल ने कैसे किया नाकाम? IDF ने जारी किया वीडियो, जानें यहूदी राष्ट्र को कितना हुआ नुकसान

इससे पहले जी7 देशों के नेताओं ने रविवार को वर्चुअल मुलाकात की और इजरायल और उसके लोगों के प्रति पूर्ण एकजुटता और समर्थन जताया और इसकी सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता” की पुष्टि की. व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा, ‘हम जी7 के नेता इजरायल के खिलाफ ईरान के सीधे और अभूतपूर्व हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. ईरान ने इजरायल की ओर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दागीं. मगर इजरायल ने अपने सहयोगियों की मदद से ईरान को हरा दिया.’ जी7 देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, इटली, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और जापान के साथ-साथ यूरोपीय संघ भी शामिल हैं.

ईरान पर हमला करने से इजरायल को रोक पाएगा अमेरिका? बाइडन ने नेतन्याहू से की यह अपील, अपना स्टैंड भी बताया

बता दें कि 1 अप्रैल को ईरान के सीरिया वाणिज्य दूतावास पर संदिग्ध इजरायली हमले के जवाब में ईरान ने शनिवार रात को इजरायल पर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दागीं. सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में दो ईरानी जनरल के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का प्रण लिया था. ईरान ने इस हमले के पीछे इजरायल का हाथ होने का आरोप लगाया था. हालांकि, इजरायल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. दोनों देश वर्षों से एक-दूसरे से प्रॉक्सी वॉर लड़ रहे हैं, जिसमें दमिश्क हमले जैसी घटनाएं शामिल हैं, लेकिन यह पहली बार है जब ईरान ने देश की 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद शुरू हुई दशकों की दुश्मनी के बाद इजरायल पर सीधे तौर पर हमला किया है.

Tags: Benjamin netanyahu, Iran, Israel, Joe Biden

FIRST PUBLISHED : April 15, 2024, 06:41 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj