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अगर फास्टिंग ब्लड शुगर 120 mg/dL से आगे न जाए तो क्या डायबिटीज नहीं है? डॉक्टर से जान लें हकीकत

If Blood Sugar Level stop 120 mg/dL: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसपर अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो यह शरीर को खोखला कर देती है. डायबिटीज के लिए मुख्य तौर पर तीन तरह की जांचें की जाती लेकिन नॉर्मल कंडीशन में सबसे पहले फास्टिंग ब्लड शुगर की जांच की जाती है. इसमें सुबह खाली पेट खून का सैंपल लिया जाता है और उसमें शुगर की मात्रा की जांच की जाती है. सामान्य इंसान में फास्टिंग ब्लड शुगर 100 mg/dL से कम होना चाहिए लेकिन कुछ लोगों में यह 120 तक पहुंच जाता है. ऐसे में लोगों को डर होने लगता है कि क्या वह डायबेटिक है या नहीं है. इसी सवाल को लेकर न्यूज 18 ने मैक्स हेल्थकेयर गुड़गांव में मशहूर कंसल्टेंट एंडोक्राइनोलॉजिस्ट और डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. पारस अग्रवाल से बात की.

फास्टिंग शुगर नहीं कंपलीट शुगर टेस्ट की जरूरतडॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि शुगर जांच करने के लिए तीन-चार प्रमुख टेस्ट होते हैं. पहले फास्टिंग ब्लड शुगर की जांच की जाती है. इसके बाद खाने के दो घंटे के बाद जांच की जाती है. फिर एक रेंडम टेस्ट होता है. दरअसल, इन सारे टेस्ट में गलतियां होने की गुंजाइश रहती है. मसलन अगर कोई एक्सरसाइज कर फास्टिंग ब्लड शुगर की जांच कराने जाता है तो यह टेस्ट गलत हो सकता है. उसी तरह अगर कोई रात में दूध पीकर सो जाता है और सुबह फास्टिंग शुगर की जांच कराता है तो यह गलत हो सकता है. इसलिए किसी को सच में डायबिटीज है या नहीं, इसके हमलोग कंपलीट शुगर पैनल की जांच कराते हैं. इनमें हम तीन तरह की जांच को मुख्य रूप से देखते हैं. फास्टिंग ब्लड शुगर, पोस्ट मील शुगर और एचबी1एसी टेस्ट. इन तीनों टेस्ट में अगर जांच सही है तो उस आधार पर हम फैसला लेते हैं कि किसी को शुगर है या नहीं.

अगर 120 से आगे नहीं पहुंचे तोडॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि जहां तक सवाल यह है कि किसी का सचमुच में अगर फास्टिंग ब्लड शुगर 120 mg/dL तक जाता है तो क्या यह डायबिटीज है या नहीं. डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि इसमें भी कई कंडीशन है. अगर यह 120 या 125 तक पहुंच जाता है और इससे आगे नहीं बढ़ता है लेकिन एचबी1एसी का लेवल 6.5 प्रतिशत से कम हो तो यह डायबिटीज तो नहीं है लेकिन प्री-डायबेटिक कंडीशन जरूर है. यह एक तरह से चेतावनी है कि आप सतर्क हो जाएं वरना बाद में बहुत दिक्कत होगी. इसलिए यदि 120 से 125 तक फास्टिंग ब्लड शुगर पहुंच जाती है तो तुरंत अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करें.

कब माना जाएगा डायबेटिकडॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि यदि फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल का कट-ऑफ मार्क 126 है. अगर इससे नीचे ब्लड शुगर लेवल है और पोस्ट मील तथा एचबी1एसी थोड़ा ज्यादा भी है तो हम उसे डायबेटिक पेशेंट नहीं मानेंगे. लेकिन अगर इस कट ऑफ मार्क से एक भी ज्यादा होता है तो यह डायबिटीज है. उस स्थिति में तुरंत मरीज को डायबिटीज की दवा शुरू करने की सलाह देते हैं. फिर आपको नियमित रूप से जांच की जरूरत होती है.

अगर 120 से ज्यादा न जाएकुछ लोगों का फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल 120 से ज्यादा नहीं पहुंचता है तो उसे सही किया जा सकता है. डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि 120 mg/dL से उपर ब्लड शुगर न पहुंचे, इसके लिए जरूरी है कि आप अभी से हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल का पालन करें. रोजाना सबसे पहले एक्सरसाइज करनी शुरू कर दीजिए. रोजाना हरी पत्तेदार सब्जियां का सेवन करें. आपकी थाली में हमेशा आधा हिस्सा हरी सब्जी और ताजे फल होने चाहिए. इसके बाद साबुत अनाज और दालें होनी चाहिए. डाइट में ड्राई फ्रूट्स, सीड्स का सेवन बढ़ा दें. वॉकिंग, रनिंग, साइक्लिंग, स्विमिंग इत्यादि से खुद को एक्टिव रखें. तनाव न लें और पर्याप्त नींद लें. इसके साथ ही पर्याप्त पानी पीएं और जंक फूड, फास्ट फूड, प्रोसेस्ड फूड और सिगरेट, शराब का सेवन न करें.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : June 6, 2024, 17:48 IST

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